मध्य प्रदेश में गेहूं बेचने के लिए अब दो मार्च तक कराया जा सकता है पंजीयन
" alt="" aria-hidden="true" />
भोपाल। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी उपार्जन केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए प्रदेश में अब तक 18 लाख से ज्यादा किसान पंजीयन करा चुके हैं। किसानों की मांग को देखते हुए सरकार ने पंजीयन की अंतिम तारीख 28 फरवरी से बढ़ाकर दो मार्च कर दी है। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन होगा। गेहूं की बंपर पैदावार की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खरीदी की अधिकतम तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 18 लाख 22 हजार से ज्यादा किसानों का पंजीयन हो चुका है। इसमें 11 लाख 80 हजार 597 किसानों का पंजीयन पुराना है। वहीं, इस साल छह लाख 41 हजार 648 किसानों के नए पंजीयन हुए हैं।
ई-उपार्जन पोर्टल में दर्ज किसानों की गेहूं फसल का रकबा 48 लाख 54 हजार 442 हेक्टेयर है। इसके और बढ़ने की संभावना है। उधर, गेहूं खरीदी के साथ उसके सुरक्षित भंडारण का इंतजाम करने के लिए 35-40 लाख मीट्रिक टन क्षमता के ओपन कैप (खुले में प्लेटफार्म) बनाने की तैयारी चल रही है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें