बांगड़ के बाद अब स्वास्तिक हॉस्पिटल सीज, स्टॉफ की होगी जांच
भीलवाड़ा जिले को ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों और चार प्रदेशों के सैकड़ों लोगों को कोरोना वायरस की आग में धकेल चुके बृजेश बांगड़ मेमोरियल हॉस्पिटल के कारण अब एक और हॉस्पिटल का नाम इस खतरनाक वायरस के साथ जुड़ गया। आरसी व्यास कॉलोनी में स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल को आज सीज कर दिया गया। हॉस्पिटल के पूरे स्टॉफ के साथ ही पिछले समय में इलाज के लिये आये और भर्ती मरिजों की अब चिकित्सा विभाग द्वारा स्क्रिनिंग की जा रही है।
जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने भीलवाड़ा हलचल को बताया कि बांगड़ हॉस्पिटल के कुछ मरिजों का इस हॉस्पिटल से कुछ ही दूरी पर स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल में भी इलाज चला है। यह बात सामने आने के बाद आज चिकित्सा महकमे ने त्वरित कार्रवाई की ओर स्वास्ति अस्पताल को भी सीज कर दिया। इस अस्पताल में 6 ऐसे मरिजों की डायलेसिस होने का पता चला, जो अपना इलाज बांगड़ अस्पताल में भी करवा रहे थे। कलेक्टर भट्ट ने बताया कि अस्पताल को खाली करवाते हुये यहां भर्ती मरिजों को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। वहीं अस्पताल के चिकित्सकों व स्टॉफ की स्क्रिनिंग भी की जा रही है। अस्पताल को सीज करने से अन्य निजी अस्पतालों में भी हड़कंप मच गया है।
स्वास्तिक अस्पताल के संचालक डॉ. हरीश मारु ने देर रात हलचल को बताया कि उनके अस्पताल में 11 चिकित्सकों सहित 150 नृसिंगकर्मी और अन्य स्टॉफ है। इनमें से कोई भी पीडि़त नहीं है। आज सात कर्मचारियों की जांच की गई। उन्होंने इस कार्रवाई को एहतियातन बताया है।
मरिजों की अब उदयपुर में होगी डायलेसिस
जिला कलेक्टर भट्ट ने बताया कि भीलवाड़ा में कोरोना वायरस फैलने के बाद और दो निजी चिकित्सालयों को सीज किया गया है। जहां डायलेसिस की सुविधा उपलब्ध थी। अब सरकारी अस्पताल के साथ ही अन्य मरिजों की डायलेसिस की व्यवस्था उदयपुर में की गई है। इसके लिए प्रशासन ने वाहन की व्यवस्था भी की है, ताकि मरिजों को कोई दिक्कत न हो।
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