चित्तौड़ से गोरखपुर पैदल रवाना हुए मजदूर भीलवाड़ा पहुंचे, पुलिस ने कराया भोजन, बस से पहुंचाएंगे
भीलवाड़ा। कोरोना का कहर देश ही नहीं बल्कि दुनिया में फैला हुआ है। ऐसे में अन्य राज्यों से आकर मजदूरी करने वाले लोगों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है और वे पलायन कर रहे हैं। ऐसे ही गोरखपुर (उत्तरप्रदेश) के करीब 35 मजदूर पैदल ही चित्तौडग़ढ़ से रवाना हुए और भीलवाड़ा पहुंचे। इसी दौरान व्यवस्थाएं देखने निकले जिला पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर की नजर उन पर पड़ी तो उन्होंने उनके भोजन की व्यवस्था करवाई और बस की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।
गोरखपुर के करीब 35 मजदूर, जो चित्तौडग़ढ़ में मकानों की रंगाई-पुताई व पेंट का काम कर रहे थे, लॉकडाउन के चलते बेरोजगार हो गए और उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई। इस पर वे पैदल ही गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। करीब पांच घंटे पैदल सफर करने के बाद वे भीलवाड़ा पहुंचे। इसी दौरान रिलायंस मार्केट के सामने एसपी हरेंद्र महावर ने इन लोगों को देखा तो गाड़ी रूकवाकर जानकारी ली। इसके बाद एसपी ने उनकी परेशानी को समझते हुए उनके लिए भोजन की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए और उन्हें गोरखपुर पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया। भोजन करने के बाद परेशान मजदूरों को राहत मिली और उनके चेहरों पर मुस्कान नजर आई। मजदूर रामसिंह ने भीलवाड़ा हलचल को बताया कि वे काम बंद होने से 10 दिन से परेशान हो रहे थे। उनके सामने खाने-पीने का संकट भी पैदा हो गया था। इसके चलते वे पैदल ही गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। वे भीलवाड़ा पहुंचे जहां पुलिस ने उनके भोजन की व्यवस्था की। इसके बाद उन्हें वापस चित्तौडग़ढ़ रोड स्थित मंडपिया चौकी के पास रुकने को कहा गया, जहां से उन्हें बस से गोरखपुर भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
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