उत्तम गुणवत्ता के गेंहूँ को भी किया जा रहा अस्वीकार : किरण माहेश्वरी
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह)इस वर्ष अच्छी वर्षा एवं उन्नत भूजल स्तर के कारण राजसमन्द एवं रेलमगरा क्षेत्र में गेहूँ की कीर्तिमानी उपज हुई है। किन्तु किसानों को समर्थन मूल्यों पर अपनी उपज बेचने में भारी समस्याऐं आ रही है।
पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने बुधवार को कुरज एवं राजसमन्द के गेहूँ खरीद केन्द्रों का निरीक्षण किया और किसानों से आ रही समस्याऐं जानी।
किरण माहेश्वरी ने कहा कि कुरज केन्द्र पर उत्तम गुणवत्ता के गेहूँ को भी मानक स्तर का नहीं बता कर अस्वीकार किया जा रहा है। किसान अपनी उपज ट्रेक्टर ट्रॉली किराए पर लेकर खरीद केन्द्र पर लाता है। अस्वीकृति के कारण उन्हें आने जाने का भाड़ा भी स्वयं वहन करना पड़ता है। खरीद केन्द्र पर गेंहूँ की गुणवत्ता की जाँच के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं है। मनमाने आधार पर गुणवत्ता निर्धारित की जा रही है।
कुरज केन्द्र पर तुलाई एवं हम्माली के लिए निर्धारित दर 10रू प्रति50 कि.ग्रा. की है। किन्तु किसानों से 25 रू प्रति कट्टा लिया जा रहा है। किसानों की शिकायतें एवं परिवाद सूनने की कोई व्यवस्था नहीं है। गुणवत्ता के बहाने अस्वीकृ उपज को बाद मेें किसानों से 200-250 रू प्रति क्विंटल कम दर से उपर ही उपर खरीदने की भी शिकायतें मिल रही है।
इस बार गेहूँ की अच्छी उपज हुई है। प्रति बीघा उपज 10 से 12 क्विंटल की है। किन्तु समर्थन मूल्यों पर खरीदी प्रति बीघा 4 क्विंटल उपज के आधार पर की जा रही। इस कारण किसानों को अपनी सम्पूर्ण उपज विक्रय करने की चिंता सताने लगी है। किरण माहेश्वरी ने कहा कि मध्यप्रदेश व पंजाब में किसानों से शत प्रतिशत उपज की खरीदी हो रही है। राजसमन्द सरकार की अनदेखी के कारण हमारे यहाँ का किसान भारी हानि उठा रहा है।किरण माहेश्वरी ने केन्द्रीय खाद्य मंत्री को पत्र लिख कर खरीदी में हो रही अनियमतताओं को अविलम्ब रोकने एवं दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की है। राजस्थान सरकार किसानों की शत प्रतिशत उपज खरीदने की व्यवस्था करें।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें