आइसक्रीम का धंधा करने गए भीलवाड़ा के लोग पंजाब में फंसे, लौटना चाहते हैं लेकिन नहीं हो रही सुनवाई
भीलवाड़ा (हलचल)। कोरोना के संक्रमण के बाद घोषित किए गए लॉकडाउन में अन्य राज्यों में रोजगार के लिए गए लोग वहीं फंस गए हैं। लौटने के लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महिलाओं और बच्चों सहित फंसे लोग भीलवाड़ा लौटना चाहते हैं।
भीलवाड़ा जिले के करेड़ा क्षेत्र के भोपा की कमेरी, थलां व रामां गांव के लोग दोस्तों व परिवारों के साथ पंजाब के होशियारपुर जिले के बजवाड़ा में फंसे हैं। भोपा की कमेरी निवासी नारायण दास ने भीलवाड़ा हलचल को बताया कि वे लोग आइसक्रीम की लारियों पर काम करने यहां आए थे। कमरे किराए पर लिए लेकिन यहां आने के चार दिन बाद ही लॉकडाउन घोषित हो गया। साथ में लाई पूंजी से अब तक खर्चा चलाया लेकिन अब पैसे भी खत्म हो गए हैं। महिलाएं व बच्चे साथ होने से ज्यादा परेशानी हो रही है। प्रशासन की ओर से राशन या अन्य कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई है। मकान मालिक व आस-पड़ोस के लोग तरस खाकर राशन दे देते हैं जिससे दिन काट रहे हैं। नारायण ने बताया कि मकान मालिक ने भी किराए के लिए कभी दबाव नहीं बनाया लेकिन यहां कितने दिन रह लेंगे। अब परेशानी होने लगी है। एक बार प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने का भी प्रयास किया लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। आजकल हर राज्य की सरकार अपने श्रमिकों को घर पहुंचाने का कार्य कर रही है लेकिन उनसे मिलने कोई नहीं आया है। पुलिस प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा। सुना है कि भीलवाड़ा का प्रशासन ऐसे लोगों की मदद कर रहा है। प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए उन्हें भीलवाड़ा हलचल के अलावा कोई विश्वसनीय माध्यम नजर नहीं आया। ऐसे में प्रशासन तक हमारी बात पहुंचाएं जिससे कि हम अपने घरों को लौट सकें। वहां आने के बाद प्रशासन जो भी कहेगा, हम मानेंगे। जितने दिन भी क्वारंटाइन किया जाएगा, हम रह लेंगे, बस हमें लौटना है।
ये हैं फंसे हुए लोग
1. नारायण दास 9828689442, 2. राधा देवी, 3. खुशी, 4. किशनदास 9512720150, 5. सुरेश दास 8302923889, 6. रामकन्या देवी, 7. देवीदास 8619538486, 8. विष्णु दास 9730490925, 9. रामलाल, 10. महावीर दास 7734939417
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