लॉकडाउन में 11 घोड़ों की मौत, 3 क्वारंटीन, लोग डरे
इंदौर से सटे बेटमा में कोरोना के अलावा पशुओं में फैली बीमारी भी लोगों को परेशान कर रही है। लॉकडाउन के दौरान एक ही परिवार के 9 और दूसरे परिवार के 2 घोड़ों की मौत हुई है। बेटमा में कुल 11 घोड़ों की मौत हो गई है। इसके साथ ही यहां 3 घोड़ों को गांव के खेत में क्वारंटीन किया गया है। कोरोना के कहर के बीच लगातार हो रही घोड़ों की मौत से लोग डरे हुए हैं।
हालांकि 11 घोड़ों की मौत के पीछे की वजह निमोनिया और ग्लैडर जैसी बीमारी को बताया जा रहा है। उसके बावजूद भी लोग डरे हैं। क्योंकि घोड़ों की मौत कैसे हुई, इसकी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में डर है कि कहीं कोरोना तो नहीं। लगातार हो रही घोड़ों की मौत के बाद वहां पहुंचीं डॉक्टर स्वाति कौल ने मीडिया को बताया कि इनके सैंपल हमने जांच के लिए हिसार की प्रयोगशाला में भेजे हैं।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के हिसार स्थित लैब में सैंपल जांच के लिए 1 महीना पूर्व ही भेजा गया है। लेकिन अभी तक वहां से रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में पशु विभाग की लापरवाही भी साफ दिख रही है। क्योंकि डॉक्टर भी लक्षण के आधार पर ही घोड़ों की बीमारी को बता रहे हैं। जब तक टेस्ट की रिपोर्ट आ नहीं जाती है, तब तक बीमारी का पता लगाना मुश्किल है।
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