निजी विद्यालयों के लिए राहत पैकेज की मांग, सीएम को संगठन ने लिखा पत्र
भीलवाड़ा हलचल। कोरोना महामारी के चलते निजी विद्यालयों के समक्ष आने वाले आर्थिक संकट में राहत पैकेज जारी करने की मांग निजी शिक्षण संगठन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की है।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में संगठन ने लिखा कि वर्तमान में देश कोरोना महामारी के संकट से लड़ रहा है । इस कठिन समय में निजी विद्यालय भी यथासंभव अपना सहयोग कर रहा है। संगठन ने सरकार से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के मध्यम श्रेणी के निजी विद्यालयों के लिए राहत पैकेज जारी करने की मांग की है ताकि निजी विद्यालयों का इस कठीन घडी में संचालन सुचारू रूप से संभव हो सके । पत्र में बताया गया है कि विद्यालयों की आर्थिक धुरी ट्यूशन फीस है तथा अभिभावक भी कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनके सामने परिवार का भरण पोषण करने की परेशानी भी है। कई अभिभावक ऐसे हैं, जो फीस देना तो दूर परिवार का भरणपोषण करने में भी परेशानी महसूस कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालय बंद होने से सरकार पर पडऩे वाला आर्थिक भार राहत पैकेज की तुलना में बहुत ज्यादा होगा, क्यूंकि निजी विद्यालयों के बंद होने से बेरोजगार होने वाले शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी उनके लिए रोजगार का सृजन करना साथ ही इन विद्यालयों के विद्यार्थियों की वजह से राजकीय विद्यालयों पर अतिरिक्त भार बढ़ेगा जिससे राजकीय विद्यालयों में समस्यायें कई गुना बढ़ जाएंगी जिसमं अध्यापकों की कमी ,संसाधनों की कमी आदि होगी ।
पत्र में सरकार को वर्तमान व भविष्य की परिस्थितियों को देखकर ग्रामीण क्षेत्र के निजी विद्यालयों के लिए राहत पैकेज जारी करने की मांग की है।
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