ट्रेफिक लाईटों के साथ पार्किग रोड मार्किंग परिवहन करें तो दुर्घटनाएं कारित नहीं होगी. जिला कलक्टर
भीलवाड़ा हलचल।जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने सड़क सुरक्षा को लेकर संबंधित जुडे विभागों के अधिकारियों से कहा है कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिये मिलजुल कर एडवोकेट करिये। जिला परिवहनए टैªफिक पुलिसए नगर परिषदए सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं नगरविकास न्यास शहर में यातायात के लिये चैराहों पर टैªफिक लाईटिंगए जैबरा क्रोसिंगए रोड मार्किगए वेडिंग जोन तथा पार्किग जैसे कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण हैए इन्हें भलीभांति ठीक किया जाये तो शहर की यातायात व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन हो सकता है। एक बार व्यवस्थित हो जाने पर उसमें निरन्तरता बनी रहती है और फिर लोग जागरुक होकर उनकी अक्षरसः पालना भी करते हैं।
जिला कलक्टर भट्ट मंगलवार को जिला कलेक्टेªट सभागार में आयोजित जिला सडक सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन समिति की आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहर में पार्किग स्थलों की चिन्हीकरण एवं उनके स्थान का निर्धारण नगर परिषद एवं परिवहन विभाग मिलकर करेंए जो सुविधायुक्त हो। शहर में पांच स्थानों पर लगी टैªफिक लाईटिंग सुचारु रहेए यह आवश्यक है। इसी के साथ रोड मार्किग के अलावा यातायात पुलिस भी सडक सुरक्षा को लेकर यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करायें। यह निरन्तर कार्य के अंतर्गत आता है इसे समन्वय के साथ यदि किया जाये तो आमजन अपनेआप यातायात नियमों का पालन करने लग जाते हैं। उन्होंने सुभाषनगर टेम्पो स्टेण्ड की व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के भी नगर परिषद को निर्देश दिये। इसी के साथ टैªक्टर एवं इसके साथ लगने वाली ट्राली दोनों के नंबर अलग.अलग होते हैं ऐसे में ट्रोलियों के नंबर होने आवश्यक है। इसके लिये केम्प लगाकर सभी ट्रालियांे के नंबर आवंटित करें तथा रिफ्लेक्टर लगवायें जिससे दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
जिला पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर ने कहा कि टैªक्टर ट्रोलियांें के परिवहन विभाग द्वारा नम्बर आवंटन के लिये उनके कार्यालय में पंजीकृत टैªक्टरों के मालिकों को सीधे सूचना देकर एक केम्प आयोजित कर सभी को नम्बर आवंटित किये जाने की कार्यवाही और सुविधाजनक रहेगी। उन्होंने शहरी यातायात व्यवस्था में जिला परिवहन कार्यालय के साथ आम नागरिकों को जोडने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
बैठक में सहाडा विधायक श्री कैलाश त्रिवेदी ने सुझाव दिया कि हाईवे एवं मेन सडकों पर आने वाली संपर्क सडकों के जंक्शनों पर आटोमेटिक गति धीमी हो जाये एवं यातायात संकेतों के प्रदर्शन के बोर्ड लगाये जाये तो एकदम से मेन रोड पर आने से बचेंगे जिससे दुर्घटनाएं नहीं होगी। इसके लिये ग्रामपंचायत स्तर पर भी कार्य किये जाने की आवश्यकता है।
जिला परिवहन अधिकारी डाॅण् वीरेन्द्र सिंह राठौड ने बताया कि गत 31 जनवरी को समिति की बैठक आयोजित हुई थी एवं उसमें लिये गये निर्णयों में कार्य किया गया है लेकिन कोरोना वायरस के दौरान लाॅकडाउन हो जाने से अब इसमें गति आयेगी। उन्होंने प्रबंधन समिति के बिन्दुओं पर जानकारी देते हुए बताया कि शहर में पार्किग व्यवस्था के लिये जहां.जहां भी ;उद्यानद्ध पार्क है उसके कुछ हिस्सों में पार्किग व्यवस्था किये जाने पर कार्य किया जायेगाए जो निकटतम स्थल पर होंगे एवं सुविधाजनक होंगे।
बैठक में नगर विकास न्यास को ड्राइविंग ट्रेक एवं ट्राफिक पार्क के सुदृढीकरण का प्रस्ताव आगामी बैठक में लेकर शीघ्र कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
जिला परिवहन कार्यालयए भीलवाड़ा में लाईसेन्स आवेदकों एवं ट्राफिक ओफेन्डर्स की काउसलिंग एवं ट्रेनिंग हेतु 100 प्रशिक्षाणार्थियों की क्षमता का आधुनिक संसाधनों युक्त प्रशिक्षण हाॅल बनाने हेतु नगर विकास न्यास को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी करने हेतु निर्देशित किया।
इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रयोजना निदेशक को भी गांवों से मिलने वाली सडकों पर स्पीड नियंत्रण एवं लेन ड्राइविंग तथा गतिसीमा के बोर्ड न लगाने पर असंतोष जाहिर किया तथा शीघ्र ऐसे बोर्ड सभी हाइवे पर लगाने हेतु निर्देशित किया। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता की अध्यक्षता में पूर्व में गतिसीमा निर्धारण हेतु गठित समिति की रिपोर्ट अभी तक नही आने पर असंतोष व्यक्त किया तथा 15 दिन मे रिपोर्ट समिति को प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने बताया कि जिले में सुप्रीम कोर्ट के 30 नवम्बर 17 के निर्णय की अनुपालना में जिले में कम से कम एक ट्रोमा सेन्टर खोला जाना अनिवार्य हैए लेकिन इसमें कोई प्रगति नही होने पर असंतोष व्यक्त किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को बिजौलियाए गुलाबपुरा एवं गंगापुर में ट्रोमा सेंन्टर खोलने एवं हाइवे के किनारे 500 मीटर की दूरी के अंदर आने वाले समस्त सीएचसी को ट्रोमा स्टेबलाईजेशन यूनिट में क्रमोन्नत करने के प्रस्ताव राज्य सुरक्षा प्रकोष्ठ को चिकित्सा विभाग के माध्यम से भिजवाने हेतु निर्देशित किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में गठित सडक के फरिश्ते चयन कमेटी को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस से पूर्व ऐसे गुड सेमेरिटन व्यक्तियों का चयन कर सम्मानित करने का प्रस्ताव भेजने का निर्देशित किया गया।
पुलिस एवं परिवहन विभाग को जिले में सडक दुर्घटनाओ का थानावाईज विश्लेषण एवं कार्ययोजना को लेकर रोड एक्सीडेंट इन भीलवाडा.2019 पुस्तिका को शीघ्र तैयार कर प्रकाशित करने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने ने बताया कि शहर में यातायात को सुगम बनाने के साथ हेलमेट की अनिवार्यता के लिये सरकारी कार्यालयों के कार्मिकों से इसे जोडा जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में यातायात के प्रशिक्षण देकर आधी कीमत पर हेलमेट का वितरण किया गया है। इस तरह के आयोजन आगे भी किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सडक दुर्घटनाओं को रोकने एवं कमी लाने के लिये जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जायेगा जिसके अध्यक्ष जिला कलक्टरए उपाध्यक्ष जिला पुलिस अधीक्षक एवं जिला परिवहन अधिकारी के अलावा अन्य कमेटी के सदस्य होंगे। यह कमेटी सडक सुरक्षा को लेकर हितधारकों के साथ कार्य करेगी।
उन्होंने बताया कि दुर्घटनाओं में पशुओं के सडकों पर आ जाने से कारित होती है। पशुओं को भी मोटर वाहन एक्ट के अंतर्गत लिया गया है। इसके नियंत्राण के लिये पशुओं के स्वामी एवं ग्राम पंचायत एवं नगर निकाय इस संदर्भ में कार्यवाही कर सकते हैं। शहर में विडियो कोचों के स्टोपेज एवं उनके पार्किग के अलावा विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ;प्रशासन राकेश कुमार एवं ;शहर एनण्केण् राजोरा राजस्थान पथ परिवहन निगम के मुख्य प्रबंधक राजकुमारए रजिस्ट्रार को.आपरेटिव सोसायटी अरविन्द ओझाए अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार शर्माए अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग प्रदीप कुमार शर्माए सहायक खनि अभियंता नवीन अजमेराए प्रभारी यातायात पुलिस श्रीमती पुष्पा कासोटियाए जिला परिवहन अधिकारी शाहपुरा राजीव त्यागी सहित नगर परिषद एवं नगर विकास न्यास के अधिकारी उपस्थित थे।
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