भाविप राजस्थान मध्य प्रांत की द्वितीय महिला संपर्क बैठक में  मिला मार्गदर्शन

 

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की द्वितीय महिला संपर्क बैठक नेशनल वॉइस चेयरपर्सन महिला एवं बाल विकास  राजश्री  गांधी की अध्यक्षता में ऑनलाइन आहूत की गई। बैठक में सभी प्रांतीय महिला संयोजिका, शाखा की महिला प्रमुख और शाखा कार्यकारिणी की महिला सदस्या सहित  43 सदस्याओं की सहभागिता रहीं। बैठक में रीजनल मंत्री महिला एवं बाल विकास प्रमिला गहलोत और राष्ट्रीय मंत्री मुकन सिंह राठौड़ का भी मार्गदर्शन मिला। सर्वप्रथम प्रांतीय महिला प्रमुख  गुणमाला अग्रवाल ने प्रांत की त्रैमासिक प्रतिवेदन सदन के समक्ष रखा और महिलाओं के सक्रिय योगदान के लिए सभी शाखा के महिला प्रमुखों का आभार व्यक्त किया।  मुकन सिंह जी राठौड़ ने अपने उद्बोधन में संपर्क को आधार बनाकर सेवा और संस्कार के नए आयाम स्थापित करने का मार्गदर्शन दिया। प्रांतीय संयोजिका भारती मोदानी ने डॉ सूरज प्रकाश आत्मनिर्भर योजना के अंतर्गत महिलाओं को आत्मनिर्भरता के स्वरूप में किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी बसाओ का नारा दिया। प्रांत की वरिष्ठ दायित्वधारी डॉक्टर कमला गोखरू ने एनीमिया की गंभीरता को समझाते हुए बचाव के उपाय सदन के समक्ष रखें। साथ ही उन्होंने कोरोना से डरना नहीं लड़ना है इस संदर्भ में स्वयं का उदाहरण देते हुए सदन को बताया कि मरीजों की सेवा करते-करते वे और उनके पति स्वयं कोरोना से ग्रसित हो गए थें परंतु धैर्य और विश्वास के साथ उन्होंने कोरोना जैसी महामारी को हराया। आपके उत्साहवर्धन उद्बोधन से सभी मातृशक्ति में ऊर्जा का संचार हुआ। प्रांतीय संयोजिका अर्पिता गोयल ने वर्तमान परिपेक्ष में संस्कृति सप्ताह का आयोजन किस प्रकार किया जा सकता है इस संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण नवाचार सदन के पटल पर रखें।  प्रांतीय महासचिव संदीप बाल्दी ने महिलाओं से संबंधित सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी सदन के समक्ष रखी और निवेदन किया कि इन योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों को पहुंचा कर हम सेवा प्रकल्प को सार्थक प्रकल्प बना सकते हैं।  रीजनल मंत्री  प्रमिला गहलोत ने अपने मार्गदर्शक उद्बोधन में आत्मनिर्भरता और नवाचार के कार्यक्रमों को लेते हुए शाखा महिला प्रमुखों को सक्रिय रहने का आह्वान किया। खुले सत्र में महिलाओं द्वारा अपनी शंका और समस्याओं का समाधान एवं सुझाव का आदान-प्रदान हुआ। अध्यक्षीय उद्बोधन में राजश्री गांधी ने राजस्थान मध्य प्रांत की महिलाओं द्वारा किए जाने वाले कार्यों की सराहना करते हुए अपने सारगर्भित उद्बोधन में महिलाओं को परिषद् की रीति नीति के अनुसार कार्य करने, आपसी प्रेम व संपर्क बढ़ाने और सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने की सीख दी। प्रांतीय महासचिव के आभार एवं राष्ट्रगान के साथ बैठक संपन्न हुई। बैठक का कुशल संचालन प्रांतीय महिला प्रमुख  गुणमाला अग्रवाल द्वारा किया गया। लगभग 2 घंटे चली इस बैठक में सभी शाखाओं के महिला प्रमुख व कार्यकारिणी सदस्याओ की सभागीता एवं सक्रियता प्रशंसनीय रही।



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