सुसाइड से पहले सुशांत से मिले थे दोस्त सिद्धार्थ, किए ये खुलासे
सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त और क्रिएटिव कंटेंट मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी ने आजतक से बातचीत में बताया है कि वे पिछले एक साल से सुशांत को जानते थे. दोनों की मुलाकात कॉमन दोस्तों के जरिए हुई थी. बाद में सुशांत के लिए सिद्धार्थ काम भी करने लगे. सिद्धार्थ के मुताबिक, वो सुशांत के पर्सनल मामलों से दूर रहते थे और उनसे इस बारे में कोई बात भी नहीं करते थे. उन्हें रिया चक्रवर्ती के बारे में कुछ भी मालूम नहीं था. सिद्धार्थ पिठानी , सुशांत के वही दोस्त हैं जो आखिरी समय में उनके घर में रह रहे थे. सिद्धार्थ ने बताया कि वे कोरोना के समय में सुशांत के साथ रह रहे थे. सिद्धार्थ ने आगे बताया कि उनकी मुलाकात सुशांत सिंह राजपूत से 13 जून रात 1 बजे हुई थी. सुशांत अपनी पूर्व मैनेजर दिशा के सुसाइड को लेकर परेशान थे क्योंकि उनका नाम इस मामले में दिशा संग जोड़ा जा रहा था और उनपर ब्लाइंड आइटम लिखे जा रहे थे. सिद्धार्थ के मुताबिक, सुशांत के परिवार ने उनसे 15 करोड़ रुपये के बारे में पूछा गया, जिसके बारे में उन्हें नहीं पता इसलिए उन्होंने परिवार को जानकारी देने से मना कर दिया. उन्होंने IO को ई-मेल के जरिए इस बारे में बताया है. सुशांत के परिवार के दो लोगों ने उनसे कांटेक्ट किया था. फिलहाल सिद्धार्थ बिहार पुलिस से जवाब का इंतजार कर रहे हैं. वे सुशांत को न्याय दिलाना चाहते हैं. सुशांत के रिश्तेदारों पर रिया चक्रवर्ती का आरोप रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया कि बिहार पुलिस में एफआईआर दर्ज करने और जांच को प्रभावित करने के पीछे सुशांत सिंह राजपूत के रिश्तेदार एडीजी हरियाणा पुलिस हो सकते हैं. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि सुशांत के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी पर उनके खिलाफ बयान दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा है. साथ में रिया ने ये भी कहा कि सिद्धार्थ ने इस बारे में मुंबई पुलिस को ईमेल लिखा था. सिद्धार्थ पिठानी ने ईमेल में क्या लिखा? सिद्धार्थ पिठानी ने मुंबई पुलिस को ईमेल लिख कहा था कि 22 जुलाई को मेरे पास सुशांत के परिवार से ओपी सिंह और मीतू सिंह का कॉल आया. उन्होंने मुझसे रिया चक्रवर्ती और सुशांत के साथ रहने के दौरान के रिया के खर्चों के बारे में पूछा. 27 जुलाई को ओपी सिंह का फोन आया और उन्होंने मुझसे रिया चक्रवर्ती के खिलाफ बिहार पुलिस को बयान देने के लिए कहा. उन्होंने ईमेल में यह भी कहा है कि उन पर दबाव डाला जा रहा है. |
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