उधमपुर-कटरा ट्रैक, स्‍टील के खंभे लगाने में घपला

अंबाला,। उधमपुर- कटरा रेलवे ट्रैक घपले के कारण खतरनाक है। इस रेलवे ट्रैक के किनारे लगाए गए स्‍टील के खंभे मानक के अनुरूप नहीं हैं और कमजाेर हैं। विद्युतीकरण में अंडरवेट स्टील खंभे का यह मामला उजागर होने के बाद इसे रफा-दफा करने की कोशिश की गई। रेल अधिकारी ने कंपनी पर पांच करोड़ रुपये की रिकवरी निकाला था, लेकिन रिकवरी के मामले को खत्‍म करने की कोशिश की गई।


पांच करोड़ की रिकवरी रफा-दफा करने के लिए बनाया गया था दबाव


बताया जाता है कि अंबाला विद्युतीकरण चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर (सीपीडी) से लेकर रेलवे बोर्ड तक कंपनी के हक में उतर आए थे। रिकवरी निकालने वाले अधिकारी पर दबाव बनाया गया कि पांच करोड़ रुपये की रिकवरी का मामला रफा दफा करे। लेकिन, वह मौखिक आदेश की जगह लिखित में यह आदेश मांगता रहा। बाद में अधिकारी का तबादला पहले भिवानी, फिर फिरोजपुर और बाद में दिल्ली कर दिया गया।यह खुलासा रेलवे में फिरोजपुर मंडल में सीनियर डीईई (जी) रहे नीरज कुमार ने किया। उधमपुर से कटरा के बीच बने इस ट्रैक के दोनों ओर लगे खंभों में स्टील कम है, जिसके चलते यह ट्रैक आज भी खतरनाक हैं। रेलवे ने रिकवरी से लेकर मामला सीबीआइ के सुपुर्द जरूर कर दिया, पर आज तक इस ट्रैक पर लगे हुए खंभों को हटाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। सीबीआइ की पूछताछ में नीरज कुमार ने 29 पेज के अपने लिखित बयान में रेलवे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं।


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