एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने देश में कोरोना के एक और पीक के आने को लेकर किया आगाह
नई दिल्ली
भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की कमी आ रही है। करीब 3 महीने बाद पहली बार ऐक्टिव केसों की संख्या 6 लाख से कम हो चुकी है। तो क्या भारत में कोरोना का पीक गुजर चुका है? क्या अब केसों में गिरावट का ही दौर रहेगा? इस सवाल पर दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि अगर दिवाली के बाद भी केस कम रहते हैं तो ऐसा कहा जा सकता है। लेकिन दिल्ली की तरह अगर और जगहों पर भी केस बढ़ने लगे तो देश में एक और पीक आ सकता है। उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में यह बात कही।
'...तब देश में कोरोना का एक और पीक आ सकता है'
क्या भारत कोरोना का पीक देख चुका है, इस सवाल पर गुलेरिया ने कहा कि अगर फेस्टिव सीजन में लोगों ने एहतियात बरता और दिवाली के बाद भी अगर केस कम आते हैं तो हम कह पाएंगे कि भारत में कोरोना का पीक गुजर चुका है। लेकिन अगर इसी तरह से और जगह भी केस बढ़ने शुरू हो गए जैसे दिल्ली में हो रहा है तो देश में एक और पीक आ सकता है। इसलिए आगे और ज्यादा सतर्कता की जरूरत है।
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर पर क्या बोले एम्स डायरेक्टर
दिल्ली में क्या कोरोना वायरस की तीसरी लहर चल रही है? पिछले कुछ दिनों से रेकॉर्ड संख्या में नए मामले आने के बाद इसे लेकर चर्चाएं चल रही हैं। लेकिन दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया तीसरी लहर से साफ इनकार करते हैं। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर ही तेज हुई है। उन्होंने इसके लिए लोगों की लापरवाही और प्रदूषण को भी जिम्मेदार बताया।
'ठंड में और बढ़ सकता है संक्रमण'
गुलेरिया ने कहा कि जाड़े के दिनों में वायरस हवा में ज्यादा देर तक रहता है जिस वजह से संक्रमण की गुंजाइश बढ़ जाती है। एम्स डायरेक्टर ने कहा कि प्रदूषण की वजह से भी संक्रमण बढ़ सकता है लिहाजा पहले से ज्यादा सावधानी की जरूरत है। संक्रमण और प्रदूषण दोनों से ही फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में हमें और ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है नहीं तो संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बहुत ज्यादा जोर पड़ेगा।
'कोरोना और पलूशन का दोहरा खतरा, और सतर्कता की जरूरत'
गुलेरिया ने आगाह किया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है लिहाजा लापरवाही न करें। उन्होंने यूरोप का उदाहरण दिया कि वहां एक बार फिर संक्रमण बढ़ने लगा है। कोरोना और प्रदूषण के दोहरे खतरे के बारे में पूछने पर गुलेरिया ने कहा कि एहतियातों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक बहुत ज्यादा जरूरी न हो बुजुर्ग तब तक बाहर न निकलें। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। गुलेरिया ने कहा कि बुजुर्गों या पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग बाहर जाने से बचें। एयर क्वॉलिटी खराब होने से सेहत को नुकसान पहुंचेगा। बाहर तब जाएं जब धूप हो और जब भी बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं।
'फ्लू वैक्सीन से कोरोना से बचाव होगा, यह मिथक'
गुलेरिया ने कहा कि फ्लू वैक्सीन लगाने से आप कोरोना वायरस से बच जाएंगे, यह एक मिथक है। उन्होंने कहा कि फ्लू वैक्सीन से आपको फ्लू से निजात मिलेगी न कि कोरोना से। गुलेरिया ने त्योहारी सीजन में लोगों से और ज्यादा सतर्कता बरतने की अपील की है।
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