>शरद पूर्णिमा मनाई, इस बार मंदिरों में बड़े आयोजन नहीं

भीलवाड़ा .
जिले शरद पूर्णिमा सादगी से मनाई गई। इस बार मंदिरों में बड़े आयोजन नहीं हुए। केवल खीर का भोग लगा पूजा की गई। महिलाएं शनिवार को व्रत रखेगी। मुख्य डाकघर के सामने श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरी ने बताया कि कोरोना को देखते भोग के लिए खीर बना हनुमानजी को चढ़ाई। सांगानेर के खाखरा वाले देवता के यहां बड़ा आयोजन नहीं रखा। 30वां श्वास रोग निदान शिविर हुआ। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ६०० श्वास रोगियों को निशुल्क दवा दी। रात्रि में खीर प्रसाद नहीं किया। पुजारी श्यामलाल ने बताया कि बिन मास्क रोगियों को शिविर में प्रवेश नहीं दिया। रोगियों को दवा देने के साथ ही आयुर्वेदिक पद्धति से खीर बनाना सिखाया। मंशापूर्ण महादेव मंदिर में आकर्षक फूलों का सिंगार किया गया।
बालाजी मार्केट के बालाजी मंदिर में राम दरबार का आकर्षक नयनाभिराम धवल शृंगार, हनुमानजी महाराज के रजत चोला श्रृंगार व भगवान के चंद्रमा की किरणों में रखी खीर का भोग रात्रि 12 बजे लगाया गया। भगवान के दर्शन रात्रि 10 बजे बाद नहीं करने दिया गया। पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया की कोरोना के कारण खीर का प्रसाद नहीं बांटा गया।
विवेकानन्द नगर स्थित राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी श्यामसुंदर आचार्य, गिरधर आचार्य ने बताया कि रात 12 बजे खीर प्रसाद व दमा की दवाई वितरित की गई।


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