सातसूत्रीय मांगों को लेकर विद्युतकर्मियों का प्रदर्शन, सात दिन में समाधान नहीं होने पर करेंगे कार्य बहिष्कार



 भीलवाड़ा हलचल। बिजली निगम कर्मचारियों ने ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर आज अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि सात दिन में मांगे नहीं माने जाने पर कार्य बहिष्कार के साथ ही धरना-प्रदर्शन किया जायेगा।   
राजस्थान राज्य विद्युत तकनिकी कर्मचारी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विजयकुमार जोशी ने हलचल को बताया कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. भीलवाड़ा वृत के तकनिकी कर्मचारियों की न्यायोचित मांगो को विभाग द्वारा लगातार दरकिनार किया जा रहा है जिस कारण संगठन व कर्मचारियों मे भारी रोष व्याप्त है। 
   जोशी ने बताया कि विद्युत विभाग एक तकनिकी कामगार का विभाग है जिसमे कर्मचारियो द्वारा सुरक्षात्मक उपकरण यथा प्लायर, पेचकस, हेण्ड ग्लवज, अर्थिग चेन,स्पेनर सेट एवं अन्य तकनिकी उपकरण दिपावली पूर्व दिये जाते है, लेकिन इस वर्ष उक्त सुरक्षात्मक उपकरण कर्मचारियो का उपलब्ध नही करवायें गये जिससे फील्ड मे कार्य करने में सदैव तकनिकी समस्याओ का सामना करना पड रहा है साथ ही दूर्घटना का भय भी बना रहता है। लगभग 8 माह पूर्व निगम द्वारा दिये गये सेफ्टी श्यूज सभी तकनीकी कर्मचारियो का नहीे मिले है। निगम नियमानुसार प्रत्येक फीडर इंचार्ज को 25 प्रतिशत इंसेटिव दिये जाने का प्रावधान है तथा जिन फीडर का टी एण्ड डी लोस संबंधित फीडर इंचार्ज द्वारा 15 प्रतिशत से कम कर दिये जाने पर शेष इंसेटिव दिये जाने के प्रावधान है। लेकिन भीलवाड़ा वृत के कई उपखण्ड कायालयों द्वारा उक्त इंसेटिव का कर्मचारियो को लाभ नही दिया जा रहा है जिससे कर्मचारियो में भारी रोष व्यापत है।
कर्मचारियों को प्रतिवर्ष दीपावली पर्व पर ओवर टाइम दिया जाता है, लेकिन कई उपखण्ड कार्यालयो द्वारा उक्त से संबंधित बिल लेखाधिकारी कार्यालयों प्रस्तुत नही करने से अकारण ही कर्मचारियो को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है साथ ही निगम नियमों की अवहेलना भी की जा रही है।
 वर्तमान में भीलवाड़ा वृत के समस्त तकनिकी कर्मचारियो को साईकिल भत्तें का लाभ नहीे दिया जा रहा है।  
इसी तरह निगम में एफआरटी एवं 33/11 केवी जीएसएस का संचालन ठेका फर्म द्वारा किया जाता है लेकिन उक्त कार्य ठेका फर्मो द्वारा निगम नियमों की अवहेलना करते हुए अकुशल , अशिक्षित एवं नियमानुसार कर्मचारी न लगाकर कम कर्मचारी लगाकर उक्त कार्यो को संपादित किया जा रहा है। अत:  शीघ्र ही एक वृत स्तरीय कमेंटी का गठन किया जाये। तकनिकी कर्मचारियों को  रिडेजिग्नेषन करने के आदेश प्रदान किये जा चुके है, लेकिन लगभग 01 वर्ष से भी अधिक समय व्यतीत हो जाने के उपरान्त भी वर्ष 2007,2008 के कर्मचारियों का उक्त आदेश के क्रम में 2800 पे ग्रेड देते हुए तकनिकी सहायक-प्रथम पद पर रिडेजिग्नेषन नहीं किया जा रहा है। जबकि जयपुर डिस्काम द्वारा उक्त आदेश की पालना की जा चुकी है।
जोशी ने बताया कि संगठन ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर आज कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में सात दिवस में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर संगठन की ओर से कार्य बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन किया जायेगा।

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