एनीकट ही बैरवा समाज के लिए बना तो फिर पानी ले जाने में आपत्ति क्यों

डाबला कचरा में एनीकट का पानी ले जाने के लिए पाइप लाइन डालने के मामले को लेकर प्रदर्शन व ज्ञापन दिया
शाहपुरा-
शाहपुरा पंचायत समिति के डाबला कचरा में राज्य सरकार की ओर से निर्मल जल योजना के अंर्तगत लगभग 15 वर्ष पूर्व निर्मित एनीकट का निर्माण ही क्षेत्र के दलित समुदाय विशेषकर बैरवा समाज के लोगों की कृषि भूमि तक पानी पहुंचाने के लिए किया गया था। समय परिस्थिति के चलते बैरवा समाज के लोग उस समय पाइप लाइन बिछा कर पानी ले जाने में समर्थ नहीं थे, अब जब बैरवा समाज के लोगों ने सामाजिक सहभागिता से राशि एकत्र कर एनीकट के पानी को अपने खेतों में ले जाने के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया तो गांव के प्रभावशाली लोगों ने न केवल उनको रोककर मारपीट कर वरन पुलिस व प्रशासन को भी अपने प्रभाव में लेकर उनके खिलाफ झूंठा मामला दर्ज करा पानी ले जाने से रोका तथा तहसीलदार को मौके पर आकर एक तरफा कार्रवाई कर पाइप लाइन डालने के काम को रूकवा दिया। अब बैरवा समाज इस बात को लेकर परेशान है कि राज्य सरकार की ओर से उनके समाज के लिए उत्थान के लिए बनाये गये एनीकट का पानी उनके अपने खेतों में पहुंचाने के लिए पुलिस व प्रशासन की ओर से मंुह बायें          खड़े होना पड़ रहा है। समय रहते उनकी जमीनों पर पानी नहीं पहुंचा तो बैरवा समाज के खेतों में लाखों रू की फसल पानी के अभाव में नष्ट हो जायेगी।
डाबला कचरा के बैरवा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने आज उपखंड अधिकारी डा. शिल्पा सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमल सिंह से मुलाकात कर अपनी पीड़ा को बयां की है। इस प्रतिनिधि मंडल ने दोनो अधिकारियों को बताया कि निर्मल जल योजना के तहत राज्य सरकार ने उनके खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए एनीकट का निर्माण करवाया था। उनके समाज के लोगों के राजस्व खातों की नकलें जमा करके एनीकट की प्रोजेक्ट रिपोर्ट में शामिल की गई थी। उस समय बैरवा समाज के पास राशि न होने के कारण एनीकट से पानी अपने खेतों में ले जाने के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य नहीं कराया जा सका था तथा पंचायत व जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया था कि बजट आने पर एनीकट का पानी खेतों में पहुंचाने के लिए छोटी नहर का निर्माण करा दिया जायेगा पर ऐसा आज तक नहीं हो सका, इसका बेजा फायदा उठाकर एनीकट के पास प्रभावशाली लोगों के खेत होने के कारण उन सबने मिलीभगत करके एनीकट का पानी अपने खेतों में ले जाने के लिए बिना पंचायत व प्रशासन की इजाजत के अपने अपने खेतों के लिए जमीन की खुदाई कर पाइप लाइन डलवा दी तथा आये दिन उसके जरिये इंजन चलाकर पानी का अपने खेती के लिए उपयोग करते चले आ रहे है। बैरवा समाज ने आज तक इसका विरोध नहीं किया पर अब जब बैरवा समाज ने राशि एकत्र कर अपने ही एनीकट से अपने खेतों तक पाइप लाइप डालने का कार्य करना प्रारंभ किया तो प्रभावशाली लोगों ने मौके पर पहुंच कर बैरवा समाज के लोगों को पहले डराया धमकाया तथा बाद में मारपीट कर गाली गलौच कर झूंठा मुकदमा भी दर्ज करवा दिया।
ज्ञापन देने आये बैरवा समाज के लोगों ने बताया कि इतना ही नहीं प्रभावशाली लोगों ने षड़यंत्र रचकर तहसीलदार शाहपुरा व पुलिस को मौके पर बुलवाकर झूंठी जानकारी देकर बैरवा समाज द्वारा डाली जा रही पाइप लाइन के कार्य को न केवल रूकवा दिया वरन खोदी गयी लाइन को भी भरवा दिया जिससे समाज को हजारों रू का नुकसान हो चुका है। इन लोगों ने बताया कि पुलिस व प्रशासन के प्रभावशाली लोगों के पक्ष में खड़े होने के कारण निर्मल जल योजना व एनीकट के निर्माण के समय की योजना के बारे में उनके द्वारा एक नहीं सुनी गयी तथा डरा धमका मौके से भगा दिया जिससे समाज में आक्रोश व्याप्त है। अब उनके समाज के खेतों तक पानी न पहुंचने के कारण फसले खराब होना प्रारंभ हो गयी है। इन लोगों ने कहा है कि समय रहते उनको न्याय नहीं दिलाया गया तो क्षेत्र में दलित समाज की ओर से उग्र आंदोलन किया जा सकता है। 
प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे राजकुमार बैरवा ने कहा है कि डाबला कचरा प्रकरण की पूरी जानकारी उपखंड अधिकारी को अवगत करा दी है। उन्होंने प्रकरण में संज्ञान लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। तीन दिन में मामले का पटापेक्ष न होने की स्थिति में प्रकरण को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, पंचायत राज मंत्री, पंचायत समिति व जिला परिषद के संज्ञान में लाया जायेगा। प्रतिनिधि मंडल में श्रवणलाल, सत्यनारायण बैरवा, शंकर, देवालाल, खानालाल, रामलाल, सुखदेव, कालू, देबीलाल, भेरूलाल, रामलाल, जगदीश, रतनलाल, पोखर, श्यामलाल, नन्दलाल, कमलेश, परमेश्वर, शिवराज शामिल थे। 
 


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