महाप्रभु रामचरण महाराज का प्राकट्य दिवस शुक्रवार को
मरते हुये इंसान की सांसों को दौलत से नही खरीदा जा सकता - स्वामी रामदयाल महाराज भीलवाड़ा (हलचल) । मरते हुये इंसान की सांसो को दौलत से खरीदकर मृत्यु को रोका नही जाया जा सकता - परन्तु रामनाम की स्तुति करने से मानव अपने जन्म मरण के बंधनो से मुक्ति पा सकता है पर भक्ति मे शक्ति होने पर ही संभव हो पायेगा दौलत से नही । रामद्वारा माणिक्य नगर में महाप्रभु रामचरण महाराज के प्राकट्य महोत्सव के चल रहे आयोजन के तहत पांचवें दिन रामस्नेही सम्रदाय के जगतगुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने सत्संग के दौरान श्रोताओं से कहें ! इस दौरान मावला खाचरोद से संत तोताराम ने कहां कि इन्द्रियों को कन्ट्रोल करके नियम व्रत से चलने वाला इंसान सदमार्ग प्राप्त कर सकता है ! जहापुर से आयें रामस्नेही संत ललितराम तथा भंडारी संत हरशुकराम रामानुराग,ईश्वरराम आदि संतो ने भजन व सत्संग करके धर्म की राह बताई ! रामद्वारा ट्रस्ट के अशोक अजमेरा ने जानकारी देते हुये बताया कि शायकांल रामस्नेही आचार्य रामदयाल महाराज के सानिध्य मे रामचरण जी महाराज प्राकट्य महोत्सव के उपलक्ष्य मे कार्यक्रम मे पधारे रामस्नेही संतो और श्रध्दांलूओ ने रामनाम का जाप करते हुये जागरण किया ! सुनिल चपलोत ने बताया कि शुक्रवार को रामद्वारा परिषद मे प्रातः 9 : 30 बजें से आयोजित प्राकट्य महोत्सव मे देश के विभिन्न क्षैत्रो से संतो और राजनैतिक प्रसासनिक अधिकारियों के अलावा हज़ारों भाई बहनो की मौजूदगी मे रामस्नेही सम्रदाय के जन्मदाता रामचरण जी महाराज का 301 वां प्राकट्य दिवस गुणानुवाद के साथ मनाया जायेगा ! |
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