कोरोना को हल्के में नहीं लें: रिकवर होने के बाद 30 प्रतिशत लोगों के फेफड़े कमजोर हो गए, श्वास नली में भी दिक्कत
भीलवाड़ा (हलचल)। कोरोनाकाल का एक साल पूरा हो चुका है। दिसंबर में कोरोना के केस कम होने के बाद लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। इससे दम तोड़ते कोरोना को फिर से नया जीवन मिल गया है और वह अब दुगुनी से भी तेज रफ्तार से बढऩे लगा है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि अभी कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और यह पहली लहर से कई गुना खतरनाक बताई जा रही है। |
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