किन्नौर में पहाड़ दरकने से यात्रियों से भरी बस समेत छह वाहन मलबे में दबे, नौ लोग जिंदा निकाले
भावानगर/हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर के निगुलसरी में राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर एक पहाड़ी दरक गई। बताया जा रहा है पहाड़ी से दरके मलबे की चपेट में सवारियों से भरी एक बस भी आ गई है। बताया जा रहा है बस हरिद्वार जा रही थी व इसमें 35 के करीब यात्री सवार थे। जिला प्रशासन समेत अन्य अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। एनडीआरएफ समेत सीआरपीएफ व आइटीबीपी की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं व राहत कार्य शुरू कर दिया है। एनडीआरएफ टीम ने नौ लोगों को रेस्क्यू किया है। बताया जा रहा है चार लोग खुद जख्मी हालत में मलबे से बाहर निकलकर सड़क तक पहुंच गए। बचाव कार्य जारी है, लेकिन रुक रुककर मलबा गिरने से बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। डीएसपी भावानगर राजू के मुताबिक रिकांगपिओ से हरिद्वार जा रही हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस का चालक ही बचा है। बाकी सब मलब में दबे हुए हैं। चालक के मुताबिक बस में 30 से 35 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है बस समेत एक ट्रक व पांच से छह छोटी गाडि़यां भी मलबे की चपेट में आई हैं। अभी तक चार लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। पहाड़ी से काफी देर तक मलबा गिरता रहा। जिला प्रशासन के सभी अधिकारी पुलिस अधिकारी जांच दस्ते लेकर मौके के लिए रवाना हो गए हैं। घटनास्थल के दोनों तरफ अभी भी पत्थर और मलबा गिर रहा है। इस कारण प्रशासन व बचाव दल हादसे के काफी देर तक मौके पर नहीं पहुंच पाए। बस के अलावा छोटे वाहनों में भी कई लोग सवार थे, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 50 से ज्यादा मलबे की चपेट में आ गए हैं। सड़क पर भारी मलबा गिरने के कारण प्रशासन व बचाव दल को मौके पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। सरकार ने भेजा मदद के लिए चौपर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में अवगत करवाया कि किन्नौर में एक हादसा हो गया है। जिसमें राहत कार्य करने के लिए एनडीआरएफ, आइटीबीपी, सीआरपीएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लगाया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया था उन्होंने भी हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। चट्टानों के नीचे दबी बस से लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार चौपर भी भेज रही है, ताकि इस घटना में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल कर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल तक लाया जा सके।
बीते दिनों में भी किन्नौर में पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ था, जिसमें पर्यटकों का वाहन मलबे की चपेट में आ गया था व नौ लोगों की मौत हो गई थी। अब एक बार फिर से बड़े हादसे ने पूरे हिमाचल को झकझोर कर रख दिया है। किन्नौर हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला है। किन्नौर के निगुलसरी के समीप चील जंगल में यह हादसा हुआ है। भूस्खलन की चपेट में चार से 5 गाड़ियाें सहित एक हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस आई है। निगम की बस मुरंग से हरिद्वार की ओर जा रही थी। पहाड़ी से हुए भूस्खलन की गिरफ्त में आने से नदी में समा जाने की आशंका लगाई जा रही है। |
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