बारिश के सीज़न में आपकी लापरवाही बन सकती है डेंगू की वजह, ऐसे करें इससे बचाव
इस समय हमारा देश जिस तरह कोरोनावायरस महामारी को हराने की कोशिशों में लगा हुआ है। ठीक इसी तरह से अब डेंगू, मलेरिया सहित अन्य मच्छर व जल जनित बीमारियों से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि हम एक प्रभावी रोडमैप तैयार करें और उस पर बेहतरीन तरीके से काम करें। दिल्ली सहित दूसरे तमाम शहरों में मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। 31 जुलाई तक अकेले दिल्ली में अब डेंगू के कुल मरीजों का आंकड़ा जहां 50, तो मलेरिया का 20 और चिकनगुनिया के 11 मामले सामने आएं। वहीं कोलकाता, मुंबई समेत दूसरे शहरों में भी कई मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय आंकड़ों पर नजर डालें, तो इस साल देश में 31 मई तक डेंगू के 6,837 मामले सामने आए हैं। वहीं पिछले साल 2020 में देशभर में डेंगू के कुल 39,419 मामले सामने आए थे। डेंगू के लक्षण - तेज बुखार आना, थकान महसूस होना - तेजी से प्लेटलेट्स काउंट गिरना - शरीर में दर्द होना, उल्टी आना - शरीर में सूजन और लाल रैशेज पड़ना डेंगू से बचाव के उपाय - घर के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर और गमलों से पानी निकाल दें। - पूरा शरीर ढककर रखें, व्रत में सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें। - शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें। दो दिन से ज्यादा बुखार आए तो डॉक्टर को दिखाएं। - शरीर में लाल चकत्ते पड़े तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। - रात को सोते के दौरान मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। - घर में मॉस्किटो रेपलेंट, स्प्रे या लोशन लगाकर रखें और साथ ही सुरक्षित रहने के लिए फुल स्लीव के कपड़े पहनें। - घर की सभी खिड़कियों और दरवाजे पर जाली लगवा लें। बरसात में ही नहीं अन्य मौसम में भी कीड़े-मकोड़े से सुरक्षा रहेगी। इन सब चीज़ों का ध्यान रखकर ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से खुद को और घर-परिवार को भी महफूज रखा जा सकता है। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें