Renault Duster लेने का आखिरी मौका न चूकें
नई दिल्ली,ब्रांड डेस्क। इंडियन मार्केट में पिछले पांच सालों में किसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास देखा गया है, तो वो है कॉम्पैक्ट SUV का बाजार और इस बाजार को शिखर पर लाने का सबसे बड़ा श्रेय जाता है Renault Duster को, जिसे 2012 में भारतीय मार्केट में लॉन्च किया गया था। Renault Duster वो पहली गाड़ी थी, जिसने भारतीय कस्टमर को एक ऐसी सुविधा दी, जो न सिर्फ डिजाइन में यूरोपियन थी, बल्कि तकनीकी रूप से उस समय की बाकि गाड़ियों से चार कदम आगे भी थी। नतीजा यह हुआ कि डस्टर ने भारत में रेनो की तकदीर और तस्वीर दोनों को बदल कर रख दिया और मार्केट को एक नया सेगमेंट दिया, जिसे आज कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट कहा जाता है। इंडियन ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में पहली बार किसी गाड़ी ने सेडान गाड़ियों की लोक्रप्रियता को चुनौती दी और आने वाले कल के लिए नीव रखी। पिछले एक दशक में इस सेगमेंट में हर साल 1 दर्जन से ज्यादा गाड़ियां लॉन्च हुईं, लेकिन डस्टर का रुतबा और ग्राहकों में इसका प्यार बना रहा और लगातार बढ़ता रहा। इन दस सालों में इस गाड़ी को सिर्फ दो बार फेसलिफ्ट दिया गया, जो कि डस्टर के सदाबहार डिजाइन को प्रमाणित करता है। लेकिन हर अच्छे बदलाव के लिए एक बार रुकना जरूरी है और 2022 में आने वाले बड़े बदलाव से पहले डस्टर की सेल पर भी इस साल रोक लगने वाली है यानी कि डस्टर के चाहने वाले और एक अच्छी SUV की दरकार रखने वालों के लिए ये आखिरी मौका है। रेनो डस्टर की लोकप्रियता के बड़े कारण ●1.3L का टर्बो पेट्रोल इंजन ●सदाबहार डिजाइन ●लम्बे सफर का हमसफर 1.3L का टर्बो पेट्रोल इंजन इन 10 सालों में तकनीकी रूप से सबसे बड़ा बदलाव है 1.3L का टर्बो पेट्रोल इंजन, जो कि 154 BHP की पावर बनाता है। ये एक बेहद खास इंजन है जिसे Renault और Daimler ने मिलकर तैयार किया है और दुनियाभर में Renault, Nissan और Mercedes अपनी गाड़ियों में इसे इस्तेमाल करते हैं। सिटी और हाईवे दोनों पैमानों पर यह इंजन बेहद प्रभावी दिखा। सिटी कम्यूटिंग में इस इंजन के साथ ऑटोमैटिक का ऑप्शन मानो सोने पर सुहागा है, जहां 154 bhp की पावर के साथ मिलता है एक स्मूथ ट्रांसमिशन, क्लच पेडल या फिर स्टीयरिंग इनपुट हर चीज को ग्राहक की सुविधा और साथ में ड्राइविंग के रोमांच को ध्यान में रखकर इसे बनाया गया है। इस इंजन का नशा कुछ ऐसा है कि आप हर समय खाली सड़क मिलने का इंतजार करेंगे, ताकि इसके इंजन की पावर से मिलने वाले रोमांच को महसूस किया जा सके। सबसे खास बात यह है कि लंबे सफर पर केवल ड्राइवर ही नहीं, बल्कि पैसेंजर्स भी इसकी उम्दा राइड क्वालिटी की बदौलत खुश रहते हैं। लेकिन, बेहद जरूरी है कि खाली सड़क या हाईवे पर आप स्पीडोमीटर पर निगाह रखें, क्योंकि इंजन की परफॉर्मेंस सही मायनों में चौकाने वाली है और सबसे बड़ी बात इस तेजी के बीच भी आपको सड़क का शोर न के बराबर सुनाई देता है। यानी NVH और इंजन से निकलने वाले शोर के मामले में भी इस गाड़ी ने नए आयाम स्थापित किए हैं। सदाबहार डिजाइन 10 सालों में डस्टर के डिजाइन में ज्यादा परिवर्तन नहीं किया गया, वजह लोगों में इस डिजाइन को लेकर उत्सुकता लगातार बनी रही। आखिरी बार इसमें बड़ा बदलाव साल 2019 के फेसलिफ्ट में दिखा, जहां इसके चेहरे में तब्दीलियां की गई, क्रोम का इस्तेमाल बढ़ाया गया, नए एलॉय व्हील्स का इस्तेमाल किया गया और पिछले हिस्से में ज्यादा बदलाव नहीं किए गए, क्योंकि डस्टर हमेशा से ही लोगों को मुड़ने पर मजबूर करती है, खासकर उसका पिछला हिस्सा, जो यूरोप की कुछ प्रसिद्ध गाड़ियों की याद दिलाता है।
लम्बे सफर का हमसफर डस्टर शुरू से ही एक ऐसी SUV रही है, जिसने लंबे सफर पर चालक और यात्री दोनों के चहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखी है। एक बारी में अगर आप 500 से 800 किलोमीटर तक का सफर भी तय करते हैं, तो यह आपको भरपूर पावर तो देती ही है और साथ में एक ऐसा अनोखा आराम भी प्रदान करती है, जो शायद ही किसी दूसरी कॉम्पैक्ट SUV में मिल सके। खराब से खराब सड़कों पर निडर सस्पेंशन और सीटों पर मिलने वाला आराम, दोनों की जुगलबंदी बेहद ही खास है। तेज मोड़ या ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर मिलने वाला कम से कम बॉडी रोल हमेशा से ही इस गाड़ी की पहचान रही है। इसी वजह से आज भी लोग डस्टर से अछूते नहीं है और जिसने भी इस SUV का स्वाद चखा है, वो आज भी हर लंबे सफर पर इसे याद करता है। कीमत और वेरिएंट्स रेनो डस्टर की कीमतें 9.86 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है जो कि इसके RXS 1.5L वेरिएंट की कीमत है और ये कीमत टॉप वेरिएंट RXZ 1.3L Turbo X-Tronic के 14.25 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है। डस्टर 7 वेरिएंट्स में मौजूद है, जिसमें शुरू के दो वेरिएंट्स 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन और आखिरी के 5 वेरिएंट्स 1.3 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ आते हैं। लेखक- नंद कुमार नायर (कंसल्टिंग एडिटर - ऑटो, जागरण हाईटेक) नोट: यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।
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