राजस्थान में किसानों का भारत बंद का आंशिक असर, जानें- ताजा हालात
जयपुर। भारत बंद का राजस्थान में आंशिक असर देखने को मिल रहा है। राज्य में संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ बंद आह्वान किया था। जयपुर, जोधपुर, अजमेर और उदयपुर सहित बड़े शहरों में बंद का आंशिक असर रहा। लेकिन सीकर, चूरू, श्रींगानगर, हनुमानगढ़ और झुंझ़ुंनूं जिलों में शहरों एवं गांवों के कई बाजार बंद रहे। रोड़वेज और निजी बसों का संचालन आम दिनों की तरह हुआ। यातायात के साधनों को बंद में शामिल नहीं किया गया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बंद का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के हर फैसले के साथ खड़ी है। लोकतंत्र में तानाशाही तरीके से फैसले नहीं किए जाते हैं। सभी को सुन कर फैसले करने चाहिए। देश के किसान तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।जयपुर में किसान नेता राजाराम मील के नेतृत्व में किसानों ने गर्वनमेंट हॉस्टल से शहीद स्मारक पर एकत्रित होकर रैली निकाल रहे हैं। यह रैली शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय के पास जाकर समाप्त होगी। वहां होने वाली सभा को किसान नेता संबोधित करेंगे। मील ने कहा कि देश के संविधान और लोकतांत्रिक अधिकारों को बचाने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तीनों कृषि कानून, मजदूरों के श्रम कानूनों को चार लेबर कोड में बदलने के फैसले बड़े पंजीपतियों को फायदा देने के लिए किए जा रहे हैं। अखिल भारतीय किसान सभा, किसान आर्मी, समग्र सेवा संघ, भारतीय किसान यूनियन, एटक मजदूर संगठन, समाजवादी किसान मोर्चा, राजस्थान किसान सभा और किसान मजदूर संगठन ने बंद का समर्थन किया है । |
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