| भीलवाड़ा विजय गढ़वाल। भीलवाड़ा के सहायक पुलिस अधीक्षक (आरपीएस पी) हरिशंकर के चालक व गनमैन को कार से कुचलने का प्रयास करने वाले वाले क्रिएटा कार में बजरी माफियाओं का दूसरे दिन भी कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। गंगरार थाने में दर्ज इस मामले में नामजद माफियाओं की तलाश में भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ जिले की पुलिस लगी है और लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल पाया। बता दें कि भीलवाड़ा के सहायक पुलिस अधीक्षक (आरपीएस पी) हरिशंकर यादव ने चित्तौडग़ढ़ जिले के गंगरार थाने में बुधवार को रिपोर्ट दी कि वे, डीएसपी भंवर रणधीर सिंह, हैडकांस्टेबल नरसिंह, चालक नारायण सिंह, नरेंद्र सिंह, ताराचंद, कुलदीप, मुकेश व दिनेश के साथ सरकारी बोलेरो से जिला पुलिस अधीक्षक के आदेश से पुलिस लाइन भीलवाड़ा से अवैध बजरी खनन व परिवहन की रोथाम गश्त के लिए भीलवाड़ा से मंगरोप, हमीरगढ़ के लिए रवाना हुये। मंगरोप थाना क्षेत्र में गश्त करते हुये हमीरगढ़ क्षेत्र में कस्बा हमीरगढ़ के अंडरब्रिज से होकर हाइवे पर आये तभी दो डंपर बजरी के भरे हुये चित्तौडग़ढ़ की ओर जाते नजर आये। इन डंपर का उन्होंने पीछा कर होटल ग्रीन प्लाजा के पास रुकवाया। दोनों को डिटेन कर डीएसपी भंवर रणधीर सिंह, नरसिंह, कुलदीप व मुकेश को मौके पर ही डंपर के पास छोड़ा और हमीरगढ़ थाने पर सूचना देकर जाब्ता बुलवाया। इसी दौरान एक और डंपर बजरी भरा हुआ तेजी से निकला, जिसका आईपीएस हरिशंकर ने ताराचंद, नरेंद्र, दिनेश व चालक नारायण सिंह के साथ पीछा किया। उसे रुकवाकर चालक से चाबी व मोबाइल ले लिया। इस डंपर चालक ने बताया कि कुछ और बजरी से भरे डंपर व एस्कॉर्ट करने वाली कारें तिरंगा होटल पर खड़ी है। इस सूचना पर वे, तिरंगा होटल पहुंचे तो गाड़ी देखकर आठ-दस डंपर चालक अपने डंपरों को लेकर इधर-उधर भागने लगे। पुलिस जाब्ता ने उन्हें पकडऩे का प्रयास किया तो वहां पर एस्कॉर्ट कर रही ब्रेजा कार के चालक ने कार को तेजी से चलाकर उनकी ओर लाया और आईपीएस के पास खड़े उनके चालक नारायण सिंह व गनमैन नरेंद्र पर कार चढाकर मारने का प्रयास किया। लेकिन दोनों उछल कर साइड पर हो गये, अन्यथा चालक दोनों पर गाड़ी चढ़ाकर जान से मार देगा। इसके बाद आईपीएस हरिशंकर अपने जाब्ते के साथ अपनी गाड़ी से हमीरगढ़ की ओर जाने वाली सर्विस रोड पर पहुंचे तो एक डंपर ने आईपीएस की गाड़ी के आगे लगा दिया। इसी दौरान एस्कॉर्ट करने वाली कारें भी आ गई। इनमें कुछ लोग बैठे थे, जानकारी करने पर कारों में गोविंद गुजर देवदा, राजूपुरी देवेगिरी का खेड़ा, संपत पुत्र काना गुर्जर मूणपुरा, छोटू पुत्र काना गुर्जर मूणपुरा, राजू कीर (बॉस) कीरों की झोंपडिय़ा,नारायण मीणा कीरों की झोंपडिय़ा, दिनेश पुत्र सुखदेव गुर्जर फागणों का खेड़ा, सुखदेव पुत्र उदयलाल गुर्जर फगणों का खेड़ा व 10512 अन्य व्यक्ति थे। इनके पास लाठियां व पाइ भी थे, जिन्होंने आईपीएस व जाब्ते को घेरने की कोशिश की। पुलिस ने इस रिपोर्ट पर पुलिस पर जानलेवा हमले का प्रयास, राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने व बजरी भरे डंपर भगा ले जाने के आरोप में मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच गंगरार थाना प्रभारी शिवलाल मीणा कर रहे हैं। उधर, इस घटना के बाद से गंगरार पुलिस के साथ ही भीलवाड़ा जिले की डीएसटी टीम भी इन बजरी माफियाओं की सरगर्मी से तलाश कर रही है। बीती रात भी इन माफियाओं के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिशें दी, लेकिन इनमें से कोई भी अब तक हाथ नहीं लग पाया है। गंगरार पुलिस ने हलचल को बताया कि माफियाओं की दोनों जिलों की पुलिस लगातार तलाश में जुटी है और जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा। | |
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