सीएम अशोक गहलोत के सलाहकारों की संख्या हुई नौ, सभी को दी गईं सरकारी सुविधाएं
राजस्थान में सोमवार को सेवानिवृत हुए मुख्य सचिव निरंजन आर्य को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सलाहकार बनाया गया है। आर्य की नियुक्ति को लेकर आदेश जारी कर दिए गए हैं। राज्य में अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकारों की संख्या नौ हो गई है। इनमें छह विधायक और दो सेवानिवृत आइएएस अधिकारियों को पहले से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना सलाहकार नियुक्त किया था। अब सोमवार को निरंजन आर्य को भी सलाहकार बनाया गया है। सभी को सरकारी सुविधाएं दी गईं हैं। उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस विधायक दानिश अबरार, राजकुमार शर्मा और जितेंद्र सिंह के साथ ही सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा व बाबूलाल नागर को सलाहकार नियुक्त किया था। इससे पहले सत्ता संभालने के तत्काल बाद साल, 2019 में पूर्व केंद्रीय वित्त सचिव अरविंद मायाराम और राज्य के पूर्व वित्त सचिव गोविंद शर्मा को भी सलाहकार बनाया था। इस तरह से सीएम अशोक गहलोत के सलाहकारों में तीन सेवानिवृत अधिकारी और छह विधायक हो गए हैं। सभी को सरकारी सुविधाएं दी गई हैं। विधायकों को सलाहकार बनाने पर भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा था। दूसरी महिला अधिकारी उषा शर्मा बनीं मुख्य सचिव इधर, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) की 1985 बैच की अधिकारी उषा शर्मा को राजस्थान सरकार का नया मुख्य सचिव बनाया गया है। कार्मिक विभाग ने सोमवार को उनकी नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। उधर, मुख्य सचिव बनाई गई उषा शर्मा अब तक केंद्र सरकार में खेल और युवा मामलों की सचिव थी। राज्य सरकार ने उन्हें राज्य कैडर में भेजने के लिए केंद्र सरकार से पिछले दिनों आग्रह किया था। केंद्र सरकार ने उन्हें राज्य के लिए रिलीव कर दिया, इसके बाद उनकी मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति की गई है। उषा शर्मा मुख्य सचिव बनने वाली दूसरी महिला आइएएस अधिकारी हैं। उनका कार्यकाल करीब डेढ़ साल का रहेगा। कुशाल सिंह साल, 2009 में पहली महिला मुख्य सचिव बनी थीं। |
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