परमात्मा शिव का ध्वज फहराया
भीलवाड़ा । प्रजापिता ब्रहमाकुमारी ईश्वरीय विश्व विध्यालय के आर के कॉलोनी सेवाकेन्द्र पर शिव परमात्मा का ध्वज ब्रह्मा कुमारी इंद्रा दीदी, तारा दीदी, निंबार्क आश्रम के महंत मोहन शरम जी, पंडित अशोक व्यास, पुलिस विभाग के नवरत्न द्वारा चढ़ाया गया | झण्डा चढाने के पश्चात सभी ने दो मिनट मोंन मे रहकर परमात्मा शिव को याद किया | अपने शुभकामना संदेश मे ब्रहमकुमारिज भीलवाडा क्षेत्र की मुख्य संचालिका इंद्रा दीदी ने कहा की परमात्मा शिब अजन्मा है, अशरीरी है वह स्वयं अपना परिचय देने के लिए एक व्रध तन मे प्रवेश करते है व मन, वाणी व कर्म को नियंत्रण करने की कला सिखलाते है जिससे हमारी काया निरोगी बनती है | शिव का ध्वज हमारे सर्व संबंधी परमात्मा का ध्वज है जिसे हम माता, पिता, दोस्त, बंधु, साजन रूप से याद करते है | निंबार्क आश्रम के महंत मोहनशरण ने कहा कि झण्डा चड़ाने का महत्व बहुत ज्यादा है | अर्जुन के रथ को चलाने से पूर्व श्री कृष्ण ने रथ पर झण्डा चड़ाया था | ध्वज मे विजय, सुख, शांति व आनंद समाया है | आपने कहा कि हमारा मन चंचल है अर्थात अस्थिर है जबकि परमात्मा अचंचल है अर्थात स्थिर है, उसे पाने के लिए हमे भी अचंचल अर्थात स्थिर बनना होगा | आपने आगे कहा की शिव अजन्मा है, निराकार है उसका रूप जरूर है और वह ज्योति स्वरूप है | उसके ध्वज से निकली किरण हमे सुख शांति की प्राप्ति कराएगी | पंडित अशोक व्यास ने कहा कि शिव ही परमात्मा है व श्रष्टि के नियंता है | जब चिकित्सक लोग हार जाते है तो म्रत्यु शैया पर लेटे व्यक्ति के लिए महाम्रात्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है तो परमात्मा जीवन प्रदान करते है | इस अवसर पर परमात्मा शिव को भोग लगाया गया व सत्यता की शक्ति को अपनाने के लिए शिव ध्वज के नीचे प्रतिज्ञा की गई | अतिथियों का शाल पहनाकर व फूल माला से स्वागत किया गया |
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