यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंची रूसी सेना, पुतिन ने दी किसी अन्य को बीच में न पड़ने की धमकी
कीव। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण लगातार तेज हो रहा है। वहीं अब पुतिन की सेना यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंच गई है, दूसरी ओर पुतिन ने भी अन्य देशों को धमकी दे डाली है कि कोई भी बीच में न पड़े नहीं तो उसे भी अंजाम भुगतना पड़ सकता है। गौरतलब है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार शाम को एक बार फिर तोपों की गरज सुनाई दी। जंग के तीसरे दिन रूस के सैनिक राजधानी कीव के काफी करीब पहुंच चुके हैं। रात दिन हो रहे धमाकों से देश में दहशत है। हालात को देखते हुए आखिरकार यूक्रेन ने समझौते का मन बना लिया है। दूसरी ओर UNSC में यूक्रेन में रूस के सैन्य कार्रवाई पर वोटिंग की जानी है। इस बीच राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने ट्वीट कर फ्रांस को यूक्रेन का सच्चा मित्र बताया है। देश छोड़कर नहीं गए राष्ट्रपति जेलेन्सकी राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की वे रूस का सामना करने के लिए कीव में डटे हुए हैं, देश को अकेला छोड़ कहीं नहीं गए हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें पिछले कुछ घंटों में विदेशी नागरिकों ने इमेल भेजे हैं और पूछा हे कि यूक्रेन के लिए जंग में वे कैसे मदद कर सकते हैं। साथ ही कुछ सुझाव भी दिए हैं। जेलेन्सकी ने कहा कि मेल भेजने वालों में अधिकांश रिटायर्ड मिलिट्री है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भारत से लगाई युद्ध रुकवाने की गुहार यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियानों को समाप्त करने के लिए रूस के साथ भारत के संबंधों के प्रभाव का उपयोग करने का आग्रह किया। कुलेबा ने भारत से एक अस्थायी UNSC सदस्य के रूप में भी 'यूक्रेन में शांति बहाल करने' पर मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करने का भी आग्रह किया। |
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