रोमानिया बार्डर पर भारतीय छात्राओं पर डाला पेपर स्प्रे, भगदड़ में कई घायल
मेरठ,। रूस के हमले से यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वे काफी मशक्कत के बाद रोमानिया बार्डर के पास पहुंचे, लेकिन यहां उन्हें अलग तरह की समस्या का सामना करना पड़ा। पेपर स्प्रे के चपेट में आई तमन्ना छात्रा तमन्ना की मां रीना त्यागी ने बताया कि रोमानिया बार्डर पर इजरायल और अफ्रीकन लड़कों ने भारतीय छात्राओं पर पेपर स्प्रे (काली मिर्च का स्प्रे)डाल दिया। इससे मची भगदड़ में खरखौदा क्षेत्र के पांची निवासी तमन्ना को हल्की चोट आई। वहीं, उसकी चंडीगढ़ निवासी मित्र संजना पांडे गंभीर रूप से घायल हो गई। मामले को बिगड़ता देख वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति को संभाला। तमन्ना की मां रीना त्यागी ने बताया कि तमन्ना का नाम भारत लौटने वाले छात्रों की लिस्ट में है। रविवार रात करीब बारह बजे वह फ्लाइट में बैठकर सोमवार सुबह सात बजे दिल्ली पहुंचेगी। बर्फ के बीच 30 किमी का सफर तय करके तमन्ना पहुंची रोमानिया तमन्ना ने मां रीना त्यागी को बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद वह रोमानिया बार्डर के पास पहुंची है। कड़ाके की ठंड में बर्फबारी के बीच करीब 30 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके वह बार्डर तक पहुंची। पोलैंड बार्डर पर लगी लंबी कतारें मुंडाली थाना क्षेत्र के लोटी निवासी वसीम और अब्दुल्ला शनिवार सुबह से लेकर शाम तक पोलैंड बॉर्डर पर प्रवेश की आस में ठंड में इंतजार करते रहे। कोई व्यवस्था नहीं होने पर शाम को वह यूक्रेन के शहर लबीब में वापस अपने फ्लैट में पहुंच गए। उन्होंने बताया कि एटीएम खाली हो गये हंै। वे अपने फ्लैट में युद्ध विराम होने की दुआ कर रहे हैं। बेसमेंट में धमाकों के बीच गुजारी रात किठौर निवासी आसिफ चौधरी ने बताया कि उसका बेटा अमन चौधरी खारकीव विश्वविद्यालय के बेसमेंट में करीब 500 दोस्तों के साथ भयभीत माहौल में है। उनके पास बम धमाके हो रहे हैं, फायरिंग की जा रही है। रूसी सेना ने गैस की पाइप लाइन काट दी है। उन्हें दिन में एक बार भोजन मिल रहा है। उन्होंने बम धमाकों के बीच राज गुजारी है। |
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