तीन भाई बैलगाडिय़ों से बहन के घर पहुंचे मायरा भरने
भीलवाड़ा हलचल। सुवाणा क्षेत्र में तीन भाई बैलगाड़ी में सवार होकर बहन के घर मायरा भरने पहुंचे। बैलगाडिय़ों और सजे-धजे बैलों जोड़ी के गले में घुंघरू बांधे गए। डीजे पर झूमते-नाचते गांव के लोग परिवार के साथ गए। पुराने जमाने के रीति-रिवाज आज भी अपनी पहचान बनाए हुए है। ईरास के रहने वाला वैष्णव परिवार घर में लड़के की चुगल के प्रोग्राम में सुवाणा से तीन भाई तुलसीराम वैष्णव, विष्णु वैष्णव, यूथ कांग्रेस जिला सचिव शिवराज वैष्णव ने बैलगाडिय़ों में सवार होकर बहन के घर मायरा भरने पहुंचे। लग्जरी गाडिय़ों की जगह सजी-धजी बैलगाडिय़ां देखकर लोग आकर्षित हुये। एक के पीछे एक चल रही बैलगाडिय़ों के पहियों से चर-चर आवाज आ रही थी। गले में बंधे घुंघरू और नाचते-गाते लोगों ने पुराने दौर की याद ताजा कर दी। इस दौरान बड़े-बुर्जुगों ने युवाओं को पुराने रीति-रिवाज के बारे में बताया। बहन के ससुराल पहुंचते ही स्वागत-सत्कार किया गया। बैलगाडिय़ों में आए भाइयों को बहन के ससुराल वालों ने भी अपने मोबाइल में कैद किया। बहन ने भी पूरे रीति-रिवाज के साथ भाइयों के तिलक लगाकर स्वागत किया। भाइयों ने बताया कि वे लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि पारिवारिक कार्यक्रम में बेवजह फिजूलखर्ची नहीं करके परंपरागत पुराने तरीके से कम बजट में कार्य किया जाए।
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