सिंधी समाज शाहपुरा ने भामाशाह आसनदास को दी श्रद्धांजलि
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी । शाहपुरा सिंधी समाज के भामाशाह व ईसरीबाई ईसरीबाई भागवानी धर्मशाला शाहपुरा के निर्माणकर्ता प्रसिद्व उद्योगपति आसनदास भागवानी के अहमदाबाद में आकस्मिक निधन होने पर स्थानीय सिंधी धर्मशाला में श्रृद्वांजलि सभा का आयोजन कर उनके कृतित्व व व्यक्तित्व का स्मरण किया गया। उनके चित्र पर समाज के लोगों ने पुष्पाजंलि अर्पित करके भावभीनी श्रृद्वाजंलि दी। उनका 19 फरवरी को निधन हो गया था। पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में आयोजित श्रृद्वांजलि सभा में सिंधी समाज शाहपुरा के महिला पुरूष ने सामूहिक रूप् से एकत्र होकर अपने लाडले बेटे को श्रृद्वाजंलि अर्पित की। इस मौके पर प्रेस क्लब महासचिव मूलचन्द पेसवानी ने आसनदास भागवानी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। पेसवानी ने बताया कि स्वाभिमानी व हंसमुख व्यक्तित्व के धनी थे आसनदास भागवानी। उन्होंने शाहपुरा के लढ़ा कांड का जिक्र करते हुए कहा कि आसनदास ने उस आंदोलन में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करके शाहपुरा के लिए बहुत कुछ किया। अपनी मिलसारिता के कारण वो यदा कदा शाहपुरा पहुंच कर अपने पुराने मित्रों की मंडली के साथ आनंद का लुत्फ उठाते थे। पेसवानी ने बताया कि भागवानी के प्रयासों से ही शाहपुरा में नयी धर्मशाला का निर्माण कराया गया जिसको 1 अप्रेल 2014 को विधि विधान से पूज्य सिंधी पंचायत शाहपुरा को समर्पित किया गया था। आसनदास भागवानी ने अपना कारोबार शाहपुरा के बाद भीलवाड़ा, जयपुर, अहमदाबाद, बैंगलोर व मुंबई तक फैलाया था तथा हर क्षेत्र में समाज को गौरान्वित किया। अपनी विलक्षण प्रतिभा के कारण उन्होंने जीवन में हर मुकाम को हासिंल किया। इस श्रृद्वाजंलि सभा में जब उनके व्यक्तित्व व कृतित्व का बखान किया जा रहा था तो कई महिला पुरूष के आंखों से आंसू आने लगे थे। बाद में एक एक महिला पुरूष ने आसनदास के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की। इस मौके पर पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष लक्ष्मण पेसवानी, महासचिव जयकिशन आसवानी, कोषाध्यक्ष शंकरलाल ठारवानी, भारतीय सिंधु सभा के अध्यक्ष चेतन चंचलानी, महासचिव मोहन लखपतानी, सोनी आसवानी, जितेंद्र मतलानी, कांग्रेस नेता ओम ठारवानी, सुनील मिश्रा सहित समाज के सभी बंधु उपस्थित रहे। |
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