जिंदगियां बचाने के लिए श्रमिक और मालिक श्रमिक दिवस पर एक साथ करेंगे रक्तदान
भीलवाड़ा हलचल न्यूज. किसी की जिंदगी बचाने और मानवता की सेवा भावना से श्रमिक और मालिक एक साथ आगे आकर रक्तदान करेंगे। मजदूर (श्रमिक) दिवस पर एक मई को वस्त्रनगरी में ये अनुकरणीय पहल भीलवाड़ा मजदूर संघ (टेक्सटाइल लेबर) की ओर से इस बार भी होने वाली है। संघ की ओर से ये श्रमिक दिवस पर आयोजित होने वाला दसवां रक्तदान शिविर होंगा। इसकी तैयारियां अंतिम चरणों में है। शिविर में उन श्रमिकों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी जिनका गत एक वर्ष में किसी घटना-दुघर्टना में आकस्मिक निधन हो गया। भीलवाड़ा मजदूर संघ टेक्सटाइल लेबर के अध्यक्ष पन्नालाल चौधरी ने बताया कि संघ की ओर से 12 वर्ष पहले श्रमिक दिवस पर रक्तदान शिविर आयोजित करने की शुरूआत की गई थी। पिछले दो वर्ष कोरोना महामारी के कारण श्रमिक दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन नहीं हो पाया था। इस बार विशाल स्तर पर रक्तदान शिविर आयोजन की तैयारी की गई है। संघ के सदस्य शिविर को सफल बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हुए है। सभी को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। श्रमिकों के साथ उद्योग संचालक व प्रबंधक भी इसके लिए सहयोग प्रदान कर रहे है। शिविर के माध्यम से करीब 1500 यूनिट रक्तदान का लक्ष्य रखा गया है। संघ के मंत्री बंशीलाल माली ने बताया कि रक्तदान शिविर एक मई रविवार सुबह 7 से शाम 7 बजे तक भीलवाड़ा रीको एरिया 4 फेज, मंगलम यार्न गोडाउन (पुरानी रोलेक्स) पर आयोजित होगा। शिविर में समाज के विभिन्न वर्गो से सम्मानित अतिथिगण सुबह 9.15 बजे रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई करने के लिए पधारेंगे। भीलवाड़ा मजदूर संघ के उपाध्यक्ष नंदलाल माली ने बताया कि शिविर में रक्त संग्रहण के लिए भीलवाड़़ा के तीन ब्लड बैकों के साथ जयपुर के दो ब्लड बैंक से भी टीमे आएगी। उन्होंने बताया कि रक्तदान शिविर के दौरान संघ की ओर से उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले के दीघापुर निवासी श्रमिक श्रीनाथ पांडे के गत वर्ष कोरोना महामारी से निधन के कारण उसकी पत्नी पूनम पांडे को दो लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसी तरह उत्तरप्रदेश के मैनपुरी निवासी श्रमिक अजयपालसिंह एवं उनकी पत्नी ममतादेवी का दुर्घटना में निधन होने से पुत्री शिवानी को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता शिविर में प्रदान की जाएगी। उनके पुत्र हिमांशु को भीलवाड़ा मजदूर संघ की ओर से एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता पहले ही प्रदान की जा चुकी है। |
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