संदिग्ध गिरफ्तार , सुरक्षा एजेंसियां कर रही पूछताछ
सहारनपुर. एटीएस ने देवबंद दारुल उलूम से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इस युवक ने अपने फर्जी प्रमाणपत्र देवबंद दारुल उलूम में जमा कराए हुए थे खुद को भारतीय नागरिक बता रखा था जबकि मूल रूप से यह बांग्लादेश का रहने वाला है। इस युवक के पाकिस्तानी कनेक्शन होने की बात भी सामने आई है। एसटीएफ समेत अन्य एजेंसियां अब इससे पूछताछ कर रही हैं। पकड़ा गया संदिग्ध युवक ने अपना नाम तलहा तालुकदार बिन फारुख पुत्र फखरुज्जमा निवासी गांव बरगुआली थाना दाऊद कंदी जिला कुम्मिला, चटोग्राम बंग्लादेश बताया है। एटीएस ने इसे दारुल उलूम के कमरा 61 से हिरासत में लिया गया है। प्राथमिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पकड़ा गया युवक वर्ष 2015 से फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर दारुल उलूम से शिक्षा ले रहा था। इस अवधि में दारुल उलूम प्रबंधन ने इसके दस्तावेजों की जांच तक कराने की जहमत नहीं उठाई। अब एटीएस ने इसे अपने रडार पर लिया तो मामला खुला। एटीएस ने 28 अप्रैल की देर रात करीब एक बजे देवबंद दारुल उलूम के कमरा नंबर 61 से इस बांग्लादेशी छात्र को गिरफ्तार किया। रात में ही एटीएस इसे देवबंद कोतवाली ले गई और पुलिस को सौंप दिया। आरोपी छात्र के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां अब इन सवालों के जवाब तलाशने में जुटी हैं कि आखिर सात साल से फर्जी दस्तावेज के आधार पर छात्र कैसे पढ़ाई करता रहा और प्रबंधन ने आखिर क्यों इसके कागजात की जांच कराने की जमहत नहीं उठाई। इस सवाल का भी जवाब तलाशने की कोशिश की जा रही है कि फर्जी कागजात के आधार पर दारुल उलूम में दाखिला लेने की उसकी क्या मंशा थी ? बताया जा रहा है कि इस छात्र के कमरे से जो सामान मिला है जो कागजात मिले हैं उन्हें देखकर यह आशंका जताई जा सकती है कि इसने पाकिस्तान में भी ट्रेनिंग ली है। |
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