कलह: गहलोत के खेलमंत्री अशोक चांदना ने की इस्तीफे की पेशकश
राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में सियासी खींचतान बढ़ती जा रही है। गहलोत के खेल मंत्री अशोक चांदना ने इस्तीफे की पेशकश की है। चांदना ने ट्वीट कर कर सीएम गहलोत के प्रमुख शासन सचिव कुलदीप रांका पर निशाना साधा है। चांदना ने ट्वीट कर लिखा- माननीय मुख्यमंत्री जी आपसे मेरा व्यक्तिगत अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का काम कुलदीप रांका को दे दिया जाए। क्योंकि वैसे भी वे ही सभी विभागों के मंत्री है। सीएम गहलोत को राज्यसभा चुनाव से पहले अपने मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी भारी पड़ सकती है। चांदना से पहले विधायक राजेंद्र विधूड़ी ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा था। हाल ही में एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर ने ब्यूरोक्रेसी पर निशाना साधा था। धीरज गुर्जर ने कहा कि राज्य की नौकरशाही विपक्ष के साथ मिलकर सरकार की कब्र खोदने में लगी है। गहलोत गुट के माने जाते हैं चांदना खेलमंत्री अशोक चांदना गहलोत गुट के मंत्री माने जाते हैं। साल 2020 में जब पायलट कैंप ने बगावत की थी उस समय चांदना ने गहलोत कैंप का साथ दिया था। अशोक चांदना की नाराजगी सीएम गहलोत के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज ही मीडिया से बात करते हुए कहा कि नौकरशाही के प्रति मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी होगी तो संज्ञान लिया जाएगा। आज देर रात ट्वीट कर खेल मंत्री अशोक चांदना ने नौकरशाही के प्रति खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। विधायकों की नौकरशाहों के प्रति लगातार जताई जा रही नाराजगी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि विधायिका और कार्यपालिका दोनों सिक्के के दो पहलू हैं। अगर किसी भी विधायक को या जनप्रतिनिधि को लगता है कि नौकरशाह सही से काम नहीं कर रहे हैं तो सरकार का कायदा होता है कि चाहे मुख्यमंत्री हों या मंत्री, इस पर संज्ञान लेते हैं। |
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