12 वर्षों से नहीं मिला साबिया को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, अब कच्चा मकान भी ढहा, सिर ढंकने को नहीं बचा ठिकाना

 


शाहपुरा BHN
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर गरीब को पक्का घर देने का वादा शाहपुरा में झूठा साबित हो रहा है। 12 वर्षों से डाबला कचरा पंचायत के नाइयो का खेड़ा निवासी साबिया पुत्र भोलू माली दर-दर भटक रहा है लेकिन उसे आज तक पक्का घर नहीं मिल पाया है और अब तो उसका कच्चा मकान भी बरसात में ढह गया है जिससे उसके पास सिर छुपाने के लिए भी जगह नहीं बची है। अभी साबिया परिवार को लेकर कभी किसी के घर में तो कभी किसी के घर में रातें काटने को मजबूर है।
पंचायत मुखिया ने विकास अधिकारी को लिखा पत्र
पंचायत की मुखिया मीना धाकड़ ने 2 साल से अधिक समय गुजर जाने के बाद जब गरीब साबिया का घर बारिश में जमींदोज हुआ तब संज्ञान लिया और पंचायत समिति विकास अधिकारी अमित कुमार जैन को पत्र लिखा और साबिया का नाम प्रधामंत्री आवास योजना में जोड़ने के लिए निवेदन किया। पिछले तकरीबन 12 वर्षों से अभी तक साबिया को आवास नहीं मिला है।
बारिश से धराशायी हुआ आशियाना
25 जुलाई की बारिश ने साबिया का आशियाना उजाड़ दिया। कोई ठिकाना नहीं होने से ग्रामीणों ने उसे व उसके परिवार को रात गुजारने को सहारा दिया। गरीब साबिया अपने दोनों बच्चे और पत्नी को लेकर दर-दर भटक रहा है। इस स्थिति में भी सरकारी और गैर सरकारी नुमाइंदे उसकी सहायता नहीं कर रहे। बारिश से आशियाना उजड़ने के बाद साबिया तिरपाल के नीचे रात गुजारता है लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि और सरकारी अफसर का दिल नहीं पसीजा।
जमीन पड़ी गिरवी, मजदूरी कर पालता है परिवार
साबिया के पास 4 से 5 बीघा जमीन है, जो गिरवी पड़ी है। वह मजदूरी करके परिवार का पेट पालता है तथा दोनों बच्चों को पढ़ाता है। कच्चा घरोंदा टूटने के बाद साबिया ने कहीं से 20 हजार रुपए उधार लिए हैं और वह टीनशेड लगाकर अपना आशियाना फिर खड़ा कर रहा है।
तीन पंचायतों का कार्यकाल बीता लेकिन साबिया की उम्मीद खत्म नहीं हुई
साबिया का 2010-11 से प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट में नाम चल रहा था और उस समय से ही साबिया को उम्मीद थी कि उसका भी पक्का मकान बनेगा लेकिन तीन पंचायतों का कार्यकाल बीतने के बाद भी उसका सपना पूरा नहीं हो पाया है। साबिया बीपीएल परिवार में आता है। उसका जॉब कार्ड भी बना हुआ है और वह प्रधानमंत्री आवास योजना का पात्र है फिर भी एसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान नहीं मिल रहा है। साबिया का 2018-19 की लिस्ट में भी नाम आया था लेकिन बाद में कट गया और दूसरी लिस्ट में नाम नहीं आया जिससे उसे योजना का लाभ नहीं मिल पाया।
विभाग से पता किया तो जानकारी मिली कि साबिया के दो कमरे बने होने के कारण उसे योजना का लाभ नहीं मिला जबकि हकीकत यह है कि उसके एक भी कमरा नहीं है।
डाबला कचरा सरपंच मीना धाकड़ का कहना है कि साबिया प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र है। तकनीकी कारणों से नाम कट गया है। विकास अधिकारी को पत्र लिखकर नाम जोड़ उसे योजना का लाभ दिलाने की मांग की गई है।
वहीं विकास अधिकारी कालूराम ने बताया कि साबिया का पहली सूची में नाम था लेकिन दूसरी में कट गया। ग्राम विकास अधिकारी अमित कुमार जैन से मामले की जानकारी चाही पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
 

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