दलित छात्र की मौत पर सियासत जारी, तीन नेता टंकी पर चढ़े
जालोर शिक्षक की पिटाई से मौत के बाद सियासत गरमा गई है। दूसरी ओर पीड़ित परिवार के घर नेताओं के आने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री गोविंदराम मेघवाल, मंत्री भजनलाल जाटव, सचिन पायलट मंगलवार को सुराणा गांव आएंगे। वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को सुराणा गांव आने से रोक दिया गया है।किरोड़ी लाल मीणा ने उन्हें रोके जाने पर कहा कि आज फिर गहलोत सरकार के व्यवहार से आहत हूं। मुझे बार-बार जनता के बीच जाने से रोका जाता हैं। पुलिस अपराधियों की तरह व्यवहार करती हैं। गहलोत राज में ऐसा कौन सा कानून है, जो एक जनप्रतिनिधि को प्रदेश में कहीं भी आने जाने से रोकता है। किरोड़ी ने कहा कि मैं जालोर जिले के सायला गांव में मृतक छात्र इंद्र मेघवाल के परिजनों से मिलकर आर्थिक सहायता देना चाहता था लेकिन मुझे जाने नहीं दिया जा रहा है। क्यों रोका जा रहा है, इसका कोई जवाब हर बार की तरह न तो मुख्यमंत्री जी के पास हैं और ना उनके अधिकारियों के पास है। अगर सरकार को लगता हैं कि मेरे शांतिपूर्वक कहीं भी आने-जाने से व्यवस्था प्रभावित होती हैं तो ये मेरी चिंता नहीं है। सरकार की है लेकिन इस प्रकार आप मेरी आवाज को दबा नहीं सकते। टंकी पर चढ़े दलित नेता ।विधानसभा चुनाव से पहले मुद्दा बनाने की कोशिश राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने है। राजस्थान में 31 फीसदी वोटर एससी-एसटी कैटगरी वर्ग के है। राजस्थान विधानसभा में 59 सीट रिजर्व कैटेगरी में आती है, जो कि बहुमत के लिए जरूरी आकड़े की 59 फीसदी है, एसे में दलित वोट बैंक को साधना दोनों ही पक्षों के लिए बेहद जरूरी है। ऐसे में दलित छात्र की मौत पर जमकर सियासत जारी है। |
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