नौगांवा सांवलिया सेठ मंदिर में नानी बाई का मायरा कथा सम्पन्न
भीलवाड़ा। नौगांवा सांवलिया सेठ मंदिर में चल रही नानी बाई को मायरो कथा के अंतिम दिन ऊंकार भक्त पंडित आशीष त्रिपाठी कोठिया वालों ने व्यास पीठ पर विराजित होकर कहा कि भगवान भगत के वश में होते हैं। सच्ची भक्ति और श्रद्धा का फल भगवान से भक्तों को अवश्य मिलता है। भक्त नरसी की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होकर ही भगवान सांवलिया सेठ ने उनकी बहन नानी बाई के विवाह में 56 करोड़ का मायरा भरा। आयोजक सुधीर त्रिपाठी ने बताया की कथा के दौरान महाराज श्री द्वारा प्रस्तुत भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। माताओं बहनों ने जमकर नृत्य किया। कथा में पहुंचने के लिए भीलवाड़ा शहर से बस एवं तिपहिया वाहनों की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण इलाकों में पुर, गाडरमाला और गुरला से भी बसों की व्यवस्था की गई है। ताकि अधिक से अधिक भक्तजन पहुंच सके। कथा में किरण गौड़, नितेश कोगटा, प्रदीप विजयवर्गीय, अंशुल जोशी, वैभव शर्मा, कौशल गौड़ आदि का विशेष सहयोग रहा। सांवरिया सेठ को धराया मोर मुकुट बंशी वाले का रूप श्री सांवलिया सेठ मंदिर प्रबंध समिति के संयोजक गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि मंदिर में सोमवार को भगवान सांवलिया सेठ जी की प्रतिमा को मोर मुकुट बंशी वाले का रूप धराया गया। भगवान के इस भव्य रूप को कथा में आए श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से देखा। सभी को दर्शन के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
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