VIDEO 20 से बहेगी रामभक्ति की अविरल धारा, प्रेमभूषणजी महाराज के मुखारबिंद से होगी श्रीरामकथा
भीलवाड़ा। धर्मनगरी भीलवाड़ा में मंगलवार 20 सितम्बर से श्रीरामकथा की गूंज होने वाली है। कथा महोत्सव का आगाज होने से पहले ही पूरे शहर का माहौल श्रीरामकथा मय हो गया है। श्रीसंकट मोचन हनुमान मंदिर भीलवाड़ा की ओर से श्री रामकथा सेवा समिति भीलवाड़ा के तत्वावधान में नगर परिषद के चित्रकूटधाम प्रांगण में 28 सितम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक श्री रामकथा महोत्सव का आयोजन होगा। हर कोई इस रामकथा का श्रवण करने के लिए बेताब व उत्सुक नजर आ रहा है। कथावाचन अयोध्या के ख्यातनाम कथावाचक परम पूज्य प्रेमभूषणजी महाराज के मुखारबिंद से होगा। पूजनीय प्रेमभूषणजी महाराज मंगलवार सुबह भीलवाड़ा पहुंच जाएंगे। पहली बार भीलवाड़ा कथावाचन के लिए आ रहे प्रेमभूषणजी महाराज का भव्य स्वागत भी आयोजन समिति द्वारा किया जाएगा। परम पूज्य प्रेमभूषणजी महाराज द्वारा व्यास पीठ पर विराजित होकर हजारों भक्तों की मौजूदगी में संकट मोचन हनुमानजी महाराज को श्रीराम कथा का श्रवण कराया जाएगा। संकटमोचन हनुमान मंदिर के महन्त बाबूगिरी महाराज ने बताया कि इसका आगाज मंगलवार सुबह 10 बजे हरिशेवाधाम से महामंडेलश्वर हंसारामजी महाराज के नेतृत्व में निकलने वाली भव्य कलश शोभायात्रा के साथ होगा। इसमें हजारों की संख्या में मातृशक्ति कलश सिर पर धारण करके शामिल होगी। श्रीरामकथा सेवा समिति के अध्यक्ष गजानंद बजाज एवं संरक्षक सुशील कंदोई ने बताया कि शोभायात्रा सीतारामजी की बावड़ी, सेवासदन रोड, सूचना केन्द्र, गोलप्याउ चौराहा, संकटमोचन हनुमान मंदिर होते हुए कथास्थल चित्रकूटधाम पहुंचेगी। इसका मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया जाएगा। कलश शोभायात्रा में कई संत-महात्माओं के साथ समाज के विभिन्न वर्गो के लोग शामिल होंगे। कलश शोभायात्रा में अधिकाधिक मातृशक्ति एवं धार्मिक-सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल हो इसके लिए मधु शर्मा,मंजू पोखरना व रमेश मूंदड़ा के नेतृत्व में कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से तैयारियों व जनसम्पर्क में जुटे हुए है। समिति के महासचिव पीयूष डाड एवं कन्हैयालाल स्वर्णकार ने बताया कि कथास्थल चित्रकूटधाम पर भव्य डोमयुक्त पांडाल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है एवं भव्य आकर्षक स्वागत द्वार का भी निर्माण किया गया है। समिति के अध्यक्ष बजाज ने बताया कि रामकथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा सभी जरूरी प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी आयोजन समिति की तरफ से की गई है। श्रीसंकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत श्री बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य एवं निर्देशन में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। मंच संचालन का दायित्व पंडित अशोक व्यास संभालेंगे। कथा के समापन दिवस 28 सितम्बर को देशभर आने वाले सैकड़ो साधु-संतो के लिए भंडारे का भी आयोजन होगा। इसमें पंचायती निरंजनी अखाड़े से पंचायती श्रीपंच परमेश्वर भी शामिल होंगे। भंडारे में देशभर के 600 से अधिक साधु-संत शामिल होंगे। बालाजी को चढ़ाया गया स्वर्णचोला श्रीरामकथा के शुभारंभ के उपलक्ष्य में श्रीसंकट मोचन हनुमान मंदिर में महन्त बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य में बालाजी को स्वर्णचोला भी चढ़ाया गया। कथा आयोजन के अवसर पर मंदिर में फूलों से आकर्षक सजावट भी की गई है। बालाजी को स्वर्णचोला चढ़ाते समय श्रीरामकथा सेवा समिति के अध्यक्ष गजानंद बजाज, संरक्षक सुशील कंदोई, महासचिव पीयूष डाड, कन्हैयालाल स्वर्णकार सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे। प्रेममूर्ति के अलंकरण से विभूषित है प्रेमभूषणजी महाराज प्रेममूर्ति पूज्य प्रेमभूषणजी महाराज ने लगभग 30 वर्षों की कथा यात्रा में 12 सौ से अधिक भजन भी गाए हैं, जिनमें कई पूज्यश्री द्वारा स्वरचित हैं। सरस श्री राम कथा के गायन की विधा को एक नई ऊंचाई देने वाले गृहस्थ संत प्रेमभूषण जी को संत समाज ने ही प्रेममूर्ति के अलंकरण से विभूषित किया है। दुनिया के लगभग 100 देशों के 40 करोड़ से अधिक कथा और भजनों के प्रेमी जन प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से पूज्य प्रेमभूषण जी से हैं जुड़े। आपके संकल्प से श्रीधाम अयोध्या जी के श्री रामबल्लभा कुंज में भव्य रामार्चा मंदिर का निर्माण कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। |
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