गुजरात मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से 77 की मौत, घटनास्थल पर कल पहुंचेंगे PM मोदी!
गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को एक बड़ा हादसा हो गया. दरअसल, मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज के टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. बताया जा रहा है कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या 77 पहुंच गई है. गुजरात के पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा के मुताबिक, इतने ही लोग घायल बताए जा रहे हैं. वहीं, पीएम मोदी के कल घटनास्थल पर पहुंचने की खबर सामने आ रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि हादसे की जांच पांच सदस्यीय कमेटी करेगी. वहीं, गुजरात सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मदद देने की घोषणा की है. इसके साथ ही गुजरात के गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री मोरबी के लिए रवाना हो गए है.
गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। मोरबी के पूर्व भाजपा विधायक कांति अमृतिया ने दावा किया है कि हादसे में अब तक 60 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें 10 से ज्यादा बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने सात लोगों की मौत और 70 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी है। राजकोट सिविल हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड तैयार किया गया है, घायलों को यहां लाया गया है। बता दें कि यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। हाल ही में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से इसके मरम्मत का काम पूरा किया गया था। दिवाली के एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है। ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की है, लेकिन रविवार की छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। यही हादसे की वजह बना। भास्कर को मोरबी के भाजपा सांसद मोहन कुंडारिया ने बताया कि ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। गुजरात में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। राज्य के मोरबी में केबल ब्रिज गिरने से कम से कम 60 लोगों की मौत की सूचना है। सैकड़ों लोग इस हादसे में घायल हो गए हैं। हादसे के समय पुल पर करीब 500 के आसपास लोग सवार थे। पुल गिरने की सूचना के बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। पुल गिरने से 100 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। जबकि 70 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत कर पूरी जानकारी ली है। पीएमओ ने मृतकों के परिजन के लिए अहेतुक सहायता का ऐलान किया है। पुल का उद्घाटन बीते 26 अक्टूबर को हुआ था। 140 साल पुराने इस पुल का कुछ ही दिनों पहले जीर्णोद्धार कराया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार रिन्यूवल के लिए सरकार ने टेंडर, ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले ओरेवा समूह को दी गई थी। पीएम मोदी ने की गुजरात के मुख्यमंत्री से बात उधर, मोरबी पुल हादसा की सूचना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की है। उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल भेजने को कहा है। पीएम ने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी लेने के साथ लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का निर्देश दिया है।
मृतकों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता प्रधानमंत्री कार्यालय से मोरबी पुल हादसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति को दो-दो लाख रुपये की अहेतुक सहायता प्रधानमंत्री राहत कोष से दिया जाएगा। इस हादसा में घायलों को पचास-पचास हजार रुपये पीएमएनआरएफ से दिया जाएगा। ऐतिहासिक है यह पुल मोरबी का केबल ब्रिज करीब 140 साल पुराना है। इस ऐतिहासिक पुल की लंबाई 765 फीट है। इसे गुजराती नववर्ष के दिन जीर्णोद्धार के बाद खोला गया था। इस पुल को ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल किया गया है। अंग्रेजों के जमाने का यह पुल 20 फरवरी 1879 को लोगों को समर्पित किया गया था। मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने इस ब्रिज का उद्घाटन किया था। हालांकि, काफी जीर्णशीर्ण हो चुके इस पुल को काफी दिनों से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। राज्य सरकार ने जीर्णोद्धार कराकर इसे 26 अक्टूबर को उद्घाटन कर आमजन के लिए खोल दिया था। |
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