गेंदलिया गेंदलिया में निकली घास बावजी की सवारी निकाली ,सुख समृधि की कामना
गेंदलिया में निकली घास बावजी की सवारी निकाली गयी दीपावली के दूसरे दिन खेखरा के दिन रात्रि में बेलो दुवारा निकाली गई । सेकड़ो ग्रामीणों ने घास बावजी की सवारी का आनंद लिया । गांव में रोगो से बचाव व गांव में सुख-शांति ,सम्रद्धि ,अच्छी बारिश के लिए साल में एक बार खेखरा के दिन रात्रि में घास बावजी की सवारी निकाली जाती है । ग्रामीण ढोल - नगाड़ों के साथ इक्कट्ठे होकर हनुमान जी , पर घास भेरू को नुत कर गांव में स्थित छतीस करोड़ देवताओं के यहाँ पूजा अर्चना कर जीवित मनुष्य का खून देकर फिर घास बावजी की सवारी निकालते है घास बावजी की सवारी अलग अलग बेलो की जोड़ियों दुवारा खिंची जाती है पूरे गांव में सवारी निकाली जाती है फिर अंत मे विसर्जन किया गया । |
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