डॉक्टरों की लापरवाही से फुटबॉल खिलाड़ी की मौत, परिवार वालों ने किया विरोध प्रदर्शन
चेन्नई, । फिजिकल एजुकेशन की 18 साल की छात्रा और फुटबॉलर आर प्रिया की मल्टी-ऑर्गन फेलियर के कारण आज सुबह राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल में मौत हो गई। प्रिया को पहले हार्ट और किडनी सबंधित दिक्कतें आई और फिर मंगलवार 15 नवंबर को, सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर मल्टी ऑर्गेन फेल होने के बाद दम तोड़ दिया। बता दें कि प्रिया स्टेट वेल की फुटबॉलर खिलाड़ी थी और चेन्नई के क्वीन मैरी कॉलेज से फिजिकल एजुकेशन की डिग्री हासिल कर रही थी। परिवार ने किया शवगृह के बाहर प्रदर्शन प्रिया आर के परिवार के सदस्यों और दोस्तो ने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। परिवार इस मामले में पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे है। प्रिया के शव को मोर्चरी से बाहर निकाले जाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस बीच डीसीपी, अल्बर्ट जॉन ने कहा कि "जांच के लिए गठित डॉक्टरों की टीम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार हर डॉक्टर की दोषीता या दायित्व के आधार पर आपराधिक धाराएं जोड़ी जाएंगी"। प्रिया के घुटने की हुई थी सर्जरी प्रिया के घुटने में लिगामेंट फट गया था जिसके बाद उसे चेन्नई के पेरियार नगर के सरकारी पेरिफेरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसके घुटनों की सर्जरी की जिसके बाद उसके पैर ठीक होने के बजाय और सूजने लगे। बाद में जब हालत बिगड़ने लगी तो प्रिया को राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। प्रिया की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने उसके दाहिने पैर को काटने का फैसला किया। स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने की प्रिया के परिवार से मुलाकात प्रिया के निधन के बाद स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने अस्पताल का दौरा किया और लड़की के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मीडिया से कहा, "अस्पताल की लापरवाही के कारण ही प्रिया की मौत हुई है"। मंत्री ने कहा, दो डॉक्टरों को सस्पेंड कर कार्रवाई की जाएगी। परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है और प्रिया के तीन भाइयों में से एक को सरकारी नौकरी दी जाएगी। |
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