नदियों को फिर अमृततुल्य बनाने के लिए सरकार संत जनता और महाजन को आगे आना होगा वाटरमेंन सिंह
भीलवाड़ा( विजय गढवाल -प्रह्लाद तेली ) भीलवाड़ा की जीवनदायिनी कोठारी नदी अतिक्रमण प्रदूषण और गंदगी से अटी पड़ी है, इसे फिर अमृत्तुल्य बनाने के लिए राज संत महाजन और जनता को आगे आना होगा लेकिन यह सभी स्वार्थ वंश इस काम को भूल गए हैं यह कहना है वाटर मैन राजेंद्र सिंह का ।उन्होंने आज कोठारी नदी का जायजा लेते हुए कहा कि जीवनदायिनी नदी को देखकर उनका मन एक पल भी यहां खड़ा रहने को नहीं करता, जिसे मां माना जाता है उसे मेला ढोने वाली माता बना दिया है जगह जगह गंदे नाले नदी से मिला दिये गये है अतिक्रमण की भरमार है गन्दगी के ढेर लगे हुए हैं और इसका पानी ऊपर रोक दिया गया है। जिससे नदी की हालत खराब हुई है उन्होंने बाबूलाल जाजू की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने एक काम तो ठीक किया है एनजीटी में जाकर अतिक्रमण हटाने का लेकिन नदी को मूल स्वरूप में लाने के लिए सरकार महाजन जनता और इन सब को चलाने वाले संत को आगे आना होगा इन चारों को नदी का बेटा माना जाता है और यह बेटे ही आज मुंह मोड़ चुके हैं सरकार लोभी हो गई है । उन्होंने सरकार से तेज गति से अतिक्रमण हटाने गंदगी साफ करने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर ऐसे ही काम चला तो अतिक्रमण खत्म नहीं हो पाएगा वह आगे साफ करेंगे पीछे होता जाएगा। |
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