भीलवाडा में शीतलहर से कांपे लोग,बाजार सुने, ये बोले डॉक्टर
भीलवाड़ा (हलचल ) भीलवाडा में इस साल की सबसे कड़ाके की ठंड ने सोमवार को कपकपी छूड़ा दी है शाम 6 बजे तक बाजार सुने हो गए और अधिकांश लोग गर्म कपड़ों में लिपटे हुए नजर आए, कई जगह लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचाव करते दिखे। सोमवार को ठंड में अचानक काफी इजाफा हो गया, सुबह भी कोहरा था। ऐसे में दृश्यता कुछ कम रही और ठंड सुन्न कर देने वाली थी। दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को भी दिक्कत हुई। हवा हल्की थी, लेकिन बर्फीली थी। धूप में तो थोड़ी राहत मिल रही थी, लेकिन धूप से हटते ही कंपकंपी छूट रही थी। लोग टोपी, मफलर, जैकेट आदि गर्म कपड़े पहनकर ही घरों से निकले। सरकारी-गैर सरकारी कार्यालयों में कार्मिकों ने हीटर का प्रयोग किया। चाय-काफी की दुकानों के साथ ही सूप की दुकानों पर भीड़ रही। गांवों से लेकर शहर तक लोग जगह-जगह अलाव जलाकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश करते रहे। देर शाम अन्य दिनों के मुकाबले शहर के बाजारों में भीड़ काफी कम रही। लोग जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले। और शाम 6 बजे तक तो बाजार सूने हो गए। सावधान रहे बचाव करें ड़ा ओलाबांगड़ चिकित्सालय कार्डियोलॉजिस्ट डॉ पवन ओला ने सलाह दी है कि बच्चे, बुजुर्ग और बीमार ठंड से बचाव करने में कोई लापरवाही न करें। ठंड में खून गाढ़ा हो जाता है। रक्तवाहिनी के साथ ही सांस की नली भी सिकुड़ जाती है। ऐसे में रक्तचाप बढ़ने का खतरा रहता है। रक्तचाप बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक और हृदयाघात हो सकता है। शुगर, हृदय, रक्तचाप और हृदय के मरीज सुबह-शाम ठंड में बाहर निकलने से परहेज करें। अगर जरूरी हो तो गर्म कपड़े ठीक से पहनकर ही बाहर निकलें। घर में ही व्यायाम करें। कोहरे में वाहन चलाने में बरतें सावधानी ऐसे करें बचाव
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