जीत्या माफी गांव में बैलगाड़ियों से मायरा भरने पहुचे ग्रामीण
गेंदलिया (एस शर्मा) । निकटवर्ती जीत्या माफी गांव में बुधवार को ग्रामीण बैलगाड़ियों में सवार होकर मायरा भरने पहुचे से पूरा गांव भक्तिमय हो गया । सांवरमल जाट ने बताया की जीत्या माफी गांव में जोशी अपनी बहन के भारतीय संस्कृति व परम्परा के अनुसार जीत्या माफी निवासी श्याम लाल जोशी गांव में स्थित सत्यनारायण शास्त्री ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कोटड़ी के यहा बहन के मायरा भरने भारतीय संस्कृति के अनुसार बैलगाड़ियों पर सवार होकर मायरा लेकर गाँव से निकले तो पूरा जीत्या माफी गांव हर्षोल्लास ,उमंग में डूब गया ।ग्रामीण ,महिलाएं नाचते - गाते व गाड़ी में सवार महिलाएं बीरो मारो चुनड़ी ओढावे ,सब सखी देखने चलो रे , बीरो मारो आ सी सगला न संग लासी जैसे मंगल गीत गा रही थी गांव में मायरा लेकर बैलगाड़ियों में सवार होकर गुजरे तो पूरा गांव हर्षोल्लास व उमंग में डूब गया ।ग्रामीण मायरा के साथबैलगाड़ियों से रवाना हुए तो पूरा गांव भक्तिमय हो गया। बेलो के ऊपर रंगीन चादर, गले मे घण्टियों पैरो में घुंघरू की मधुर आवाज के साथ बेल गाड़ी में सवार होकर निकले तो यह दृश्य हर किसी का मन मोह रहा था। ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर जगह-जगह स्वागत किया |
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