ठाकुरजी ने भरा छप्पन करोड का मायरा... बाल व्यास दीपा दाधीच

 


भीलवाडा | नानी बाई रो मायरो महोत्सव सेवा समिति सदस्य रामपाल शर्मा ने बताया कि नानी बाई रो मायरो महोत्सव सेवा समिति के तत्वावधान में शिव मंदिर पुलिस लाईन भीलवाड़ा में शुरू हुई। नानी बाई रो मायरो कथा में व्यास पीठ से बोलते हुए राष्ट्रीय कथावाचिका बाल व्यास सुश्री दीपा दाधीच ने बताया कि नरसी मेहता को नगर अंजार आये 4 दिन बीत गये परन्तु किसी ने भी उनकी सार-संभाल नहीं ली। जब रंग जी को नरसी मेहता का पता लगा तो रंग जी ने नरसी मेहता की आवभगत नहीं की। रंग की पत्नी ने सोचा कि नरसी मेहता को आये 4 दिन बीत गये परन्तु हमने उनकी कोई सार-संभाल नहीं की, बेचारा नरसी 16 संतों के साथ भूखा-प्यासा मर जायेगा। तब रंग की पत्नी ने नरसी मेहता को अपन महल मंे बुलवाया और उनके तिलक किया और नेक मांगा। नरसी मेहता ने कहा कि हमारा पास तो लेने और देने के लिये भगवान राम का नाम और तुलसी जी की माला है। रंग पत्नी ने नरसी मेहता का तिलक पौंछ दिया। नरसी मेहता ने स्नान करने के लिए पानी मांगा तो नरसी मेहता को ठण्डा पानी दे दिया, नरसी मेहता ने कहा ब्याणजी थोडा पानी गर्म कर दो तो नानीबाई की सासूजी नाराज हो गई और बोली कभी ठण्डा, कभी गर्म। नरसी मेहता ने भगवान को याद किया तो भगवान ने माघ के महिने में सावन ला दिया बहुत तेज बरसात हुई। बाद में नरसी मेहता को रंग ने भोजन कराया। ठण्डी बासी खीचडी परोसी। नरसी मेहता ने भगवान के भोग लगाया तो खीचडी गरम हो गई व चावल खीर बन गए। उनको पता लगा कि मेरे डेरे में भगवान आऐ है तो वे भगवान से मिलने डेरे पर गऐ। भगवान ने नानीबाई के छप्पन करोड का मायरो भरा। अन्त में भगवान की आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
             इस अवसर पर दाधीच समाज के राष्ट्रीय पदाधिकारी राजेश तिवाड़ी, पार्षद जगदीश भाटी, गणपतलाल माली, शंकर लाल सुथार, नारायण दाधीच, सीमा पारीक, सीमा सेन, रामजस गुर्जर, पवन कुमार सेन, मीडिया किंग किशन लाल माली, कवि रामनिवास रॉनीराज, सुरेन्द्र सिंह राठौड़, तेज सिंह चौहान, नीरज तिवारी, द्वारिका प्रसाद दाधीच, पीयूष दाधीच, वीरेन्द्र शर्मा बाबाधाम, मथुरालाल माली, सुरेन्द्र बन्ना, जगदीश दाधीच, पण्डित रमेशचन्द्र दाधीच, चन्दा सोनी, प्रवीण सोडाणी, अनिल टेलर, राकेश कुमार, नन्दलाल तेली, महेश पालीवाल एवं महिला मण्डल की समस्त सदस्याएंे व कई भक्त उपस्थित थे।
 

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