शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से मिली आजादी की रक्षा करना हमारा कर्तव्य - डाॅ. पंवार
भीलवाड़ा । कृषि महाविद्यालय, भीलवाड़ा में आज ‘‘तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा‘‘ का नारा बुलन्द करने वाले नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ति धुम-धाम से मनाई गयी। श्रृद्धा सुमन अर्पित करते हुए महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. एल.एल. पंवार ने बताया कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के उर्जावान उद्बोधनों से भारत के हर नागरिक के खून मे विषेष ऊर्जा का संचार होता है। उनके विचार देष के शहीदों, उनके बलिदान की गाथाओं से ओत-प्रोत होते थे। इसलिए हमारा कर्तव्य है कि स्वतंत्रता आन्दोलन में शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से मिली आजादी को सहेज कर रखे। कार्यक्रम के दौरान चर्चा करते हुए डाॅ. पंवार ने बताया कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बचपन से विलक्षण प्रतिभा के धनी थे आजादी के संग्राम में शामिल होने से पूर्व उन्होने भारतीय सिविल सेवा की नौकरी की थी। भारत माॅ को स्वतंत्रता दिलाने के लिए नेताजी ने जो अभुतपूर्व प्रयास किये उन्हे न सिर्फ सदियों तक याद रखा जाएगा, बल्कि देष के नागरिक हमेषा के लिए उनके कृतज्ञ रहेंगे। आजादी के दौरान उन्होने कई मौको पर देष मे और देष के बाहर अनेको सभाओं को सम्बोधित किया। इन्ही सम्बोधनों से कुछ ऐसे विचार आए जो नौजवानों में उर्जा भरने का कार्य किया। |
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