| भीलवाड़ा - श्री बाबा धाम पर पंचदश (15वां) पाटोत्सव महोत्सव में पहले दिन सुन्दरकाण्ड पाठ, छप्पन भोग एवं विशाल भजन संध्या रखी गई थी। सुन्दरकाण्ड पाठ 10.15 बजे प्रारंभ हुआ, 12.15 बजे आरती हुई, विशाल भजन संध्या सांयकाल आरती के बाद प्रारंभ हुई थी। भजन संध्या बाहर से आये कलाकारों द्वारा भजनों की समा बांध दी। भजन इतने बढ़िया थे कि भक्तगण बार-बार भजनों के दौरान खड़े होकर नाचने लग जाते और मां के जयकारांे के साथ भक्ति में खो जाते। भजनों के बोल में इतनी मिठास थी कि हर भक्त भजनों में ही रम गया। वैसे तो सारे भजन अच्छे गाए थे उनमें प्रमुख अंबे तू है जगदम्बे .., तूने मुझे बुलाया शेरावालिए .., है कौन बड़ा तुमसे मां जगदंबे .., मैया का दरबार सुहाना लगता है ..., ओ भेरूजी थारो भक्त बनु में ..., झूम झूम करता पधारो म्हारा भेरू जी ..., छम छम नाचे वीर हनुमाना ..., दिवाना तेरा आया मैया ... इन भजनों पर भक्तों ने आस्था के साथ नाच किया। इस भजन संध्या मंे कई राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता व कई समाजसेवी संस्था के पदाधिकारी और बहुत सारे भक्तजन ने पधार कर धर्म का लाभ लिया। पाटोत्सव पर आज श्री बाबा धाम पर छप्पन भोग भी मंदिर में सजाया गया। बाबाधाम के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल के सानिध्य मंे छप्पन भोग पं. गोविन्द तिवाड़ी, पं. अनुज तिवाड़ी व अन्य पण्डितों ने सजाई। भगवान के सामने छप्पन भोग के भी सभी धर्म प्रेमियों ने दर्शन किये। छप्पनभोग की व्यवस्थित, मनभावन ढ़ंग से सज्जा देखकर धर्म प्रेमियों के जयकारांे से मंदिर गुंज उठा। भजन संध्या के बाद आरती हुई उसके बाद छप्पन भोग प्रसाद वितरण किया गया। न चढ़ता है पैसा, न चढ़ता है दान, ऐसा है श्री बाबाधाम - यहां पर तीन मंदिरों का समूह हैं, जिसमें अभूतपूर्व आध्यात्मिक एवं धार्मिक शक्ति विद्यमान है। श्री बाबाधाम विश्व का ऐसा शक्ति पीठ है जहां किसी भी भक्त का चढ़ावा (प्रसाद, माला, नारियल, अगरबत्ती, रूपया पैसा) नहीं चढ़ता है। मनोकामना पूर्ण होने पर श्री बाबाधाम के विधान के तहत भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार गायों को चारा, कबुतरों को दाना एवं गरीबांे को भोजन करवाते है। श्री बाबाधाम पर पूरे वर्ष धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम होते रहते हैं। इसी क्रम में असहाय बेसहारा लोगांे के लिये मां के दरबार में रक्तदान शिविर का आयोजन नववर्ष पर किया जाता है। इसी प्रकार महाशिवरात्री महोत्सव पर सहस्त्रधारा रूद्राभिषेक दूध के साथ भगवान के बिल्बपत्र, आक के फूूल, धतुरा, जल, दूध, दही, शहद, गन्ने का रस, फलांे का रस, घी आदि से शिव भगवान का अभिषेक किया जाता हैं। इसी क्रम में श्री बाबाधाम पर होली महोत्सव बड़े धूमधाम से विधिवत् आचार्य पण्डित शिव प्रकाश जोशी व अन्य पण्डितों द्वारा मन्त्रोचारण एवं पूजा अर्चना पर होली का दहन किया जाता हैं। चेत्री नवरात्री महोत्सव में नवदुर्गा अनुष्ठान बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। पाठोत्सव महोत्सव श्री बाबाधाम पर बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा। हनुमान जयंति को सुन्दरकाण्ड का पाठ करके हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता हैं। इसी क्रम में बटूक भैरव जयन्ति पर विशेष हवन, पूजन, कर भैरव जयन्ति महोत्सव मनायी जाती हैं। श्रावण मास में श्रावण महोत्सव पर ऋणमुक्तेश्वर गौरी शंकर महादेव का सहस्त्रधारा दुग्धाभिषेक व राखी स्नेह मिलन मनाया जाता है। कृष्णा जन्माष्टमी पर विशेष प्रकार की झांकियां का दिल्ली के कलाकारों के द्वारा एवं धाम परिवार के सदस्यों द्वारा भी झांकियां बनायी जाती है। जन्माष्टमी पर हजारों की तादाद् मंे भक्त दर्शन कर मनमोहक झांकियों के दर्शन लाभ लेते हैं। आश्विन मास की नवरात्रा में दुर्गा अनुष्ठान व मां के दरबार में गरबा महोत्सव बड़े भव्य धूमधाम से मनाया जाता हैं। नवरात्री के पूर्णाहूति के अवसर पर कन्याओं का पूजन, कन्याआंे के चरण धोकर, तिलक लगाकर, एवं माता की चुन्नी ओढ़ाकर श्री बाबाधाम के अध्यक्ष श्री विनीत अग्रवाल द्वारा किया जाता हैं। इसके बाद धाम पर भण्डारा किया जाता हैं। नवरात्री पर श्री बाबाधाम मंदिर एवं गरबा पाण्डाल को बहुत ही मनमोहक लाईटांे से सजावट व डेकोरेशन किया जाता है। प्रसादी के बाद माता जी का विर्सजन बड़े धूमधाम से वाहनों के काफिलों के साथ किया जाता हैं। दीपावली महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत धनतेरस पर प्रातः काल 5.15 बजे धन कुबेर विशेष महायज्ञ का आयोजन किया जाता है व भक्तांे को यज्ञ में पवित्र की गयी वस्तु का वितरण किया जाता है। दीपावली के विशेष महाआरती का आयोजन किया जाता हैं। पूरे वर्ष हर आयोजन में श्री बाबाधाम शक्ति पीठ को विशेष रूप से मनोरम लाईटों, फूलों आदि से सजावट की जाती हैं। श्री बाबाधाम के मीडिया प्रभारी राजेश नैनावटी द्वारा समय-समय पर कार्यक्रमों की जानकारी दी जाती है। पंचदश (15वां) पाटोत्सव में आज रविवार को हवन, पूजन, अभिषेक, मंदिरांे के शिखर पर ध्वजा चढ़ाई जायेगी। श्री बाबाधाम में विराजित देवों जिनमंे ऋण मुक्तेश्वर, गौरीशंकर महादेव (शिव परिवार), श्री मां अन्नपूर्णा वैष्णो देवी, श्री हनुमान जी महाराज, श्री भैरूनाथ, श्री सांई बाबा आदि की प्रतिमाओं का अभिषेक, पूजा विधी विधान पं. शिवप्रकाश जोशी, गौतम गोविन्द व अन्य पण्डितों के मंत्रोच्चार के साथ हर्षोल्लास के साथ ठाठ-बाठ के साथ पूजा अर्चना होगी। पाटोत्सव में श्री बाबाधाम पर सभी स्थापित मूर्तियों का पंचामृत से, फलों के रसों से, ईत्र आदि द्रव्य द्वारा भी अभिषेक होगा। दिन में 12 बजे मावे का केक काटा जाएगा, इसके बाद 12.15 बजे महाआरती होगी, अन्य कई धार्मिक कार्यक्रम होगें। पंचदश (15वां) पाटोत्सव में सभी भक्त सादर आमंत्रित है। सभी धर्मप्रेमी पधारकर धर्म का लाभ लेवंे। | |
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